बीसीआर न्यूज़ (अमृतसर/सविंदर सिंह): पंजाब नाटशाला ने सोमवार को वर्ल्ड थिएटर डे के मौके पर अपना 19वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इस मौके पर नाटशाला में दिन भर गहमा-गहमी का माहौल रहा। कलाकार एक दूसरे को मुबारकवाद देतेे और गले मिलते रहे। भव्य रूप से सजाई गई नाटशाला में हुए इस समागम के दौरान बतौर मुख्य मेहमान “पंजाबी कल्चरल सोसायटी’ शिकागो के संस्थापक एनआरआई राजिंदर बीर सिंह मागो शामिल हुए। नाटशाला के मुखी जतिंदर बराड़ तथा अन्य कलाकारों ने स्वागत किया। अगली कड़ी में शमा रोशन के बाद शहनाज द्वारा गीत पेश किए गए। इसके बाद नाटशाला की 19 साल की उपलब्धियों पर आधारित सोविनियर रिलीज किया गया। गौर हो कि आज के ही दिन 1998 में नाटशाला से नाटकों के मंचन का सिलसिला शुरू हुआ था।
समारोह में पहले कलाकार मिलनी हुई, फिर नाटशाला कैंपस में “साई क्रिएशन’ की तरफ से गुरिंदर मकना निर्देशित नुककड़ नाटक का मंचन हुआ।
इस मौके पर नाटशाला प्रबंधन की तरफ से 16 थिएटर ग्रुप तथा 80 कलाकारों और निर्देशकों को सम्मानित किया गया। मुख्य मेहमान ने कहा कि नाटशाला में आकर वह खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनका कहना है कि बराड़ ने नाटशाला की स्थापना करके थिएटर जगत को जो योगदान दिया है वह खुद में बेमिसाल है। परमात्मा इसी तरह से उनका मनोबल बनाए रखे। बराड़ ने आए हुए मेहमानों का स्वागत तथा धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने अपना नैतिक और सामाजिक फर्ज निभाया है। नाटशाला एक दिन का प्रयास नहीं बल्कि पल-पल की सोच और रोजमर्रा का सतत प्रयास है। उनका कहना है कि वह इसमें आगे भी सुधार करने की कोशिश में लगे रहेंगे और इसमें लोगों का सुझाव भी शिरोधार्य होगा।