May 1, 2024

बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): दरअसल पाकिस्तान में महिला सैनिकों के साथ रोजाना रेप हो रहा है। पुरुष सैनिक रात भर महिलाओं का रेप करते हैं सुबह  लग जाते हैं एक दो एक दो करने ।

पाकिस्तान में अल्पसंख्‍यकों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले एक गैर सरकारी संगठन, यूरोपियन आर्गनाइजेशन ऑफ पाकिस्तानी माइनॉरिटीज (इओपीएम) का दावा है कि पाकिस्तानी सेना योजनाबद्ध तराके से देश के अल्पसंख्यक समुदायों की महिलाओं को सेना में ‘सेक्स स्लेव्स’ की तरह से इस्तेमाल कर रही है।

इस संबंध में संगठन ने कुछ समय पहले संयुक्त राष्ट्र में एक सभा और प्रदर्शन का आयोजन किया और कहा कि पाकिस्तानी सेना अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों, महिलाओं का उनके परिवार से अपहरण कर उनके साथ बलात्कार करती है और उन्हें सेक्स स्लेव्स की तरह प्रयोग करती है। इस प्रदर्शन में सौ से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया।

महिलाओं की हालत बेहद खराब

 पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर पाकिस्तानी सेना के हमले बढ़ रहे हैं और लाहौर में दिसंबर में ईसाईयों के घरों पर हमले किए गए।

इन महिलाओं का कहना है कि बलोचिस्तान और गिलगित बाल्टिस्तान में महिलाओं की हालत बहुत अधिक खराब है। सैनिक अधिकारी इन क्षेत्रों की महिलाओं को जबरन अपने यातना शिविरों में ले जाते हैं, उनके साथ बलात्कार करते हैं और उन्हें सेक्स स्लेव्स बनाकर रखते हैं।

सेना में सेक्स स्लेव बनाया

संगठन का दावा है कि क्वेटा की 23 वर्षीय स्कूली अध्यापिका जरीना मारी का ऐसा ही मामला है जिसका सेना में सेक्स स्लेव की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।

बाल्टिस्तान और गिलगित बाल्टिस्तान में उन परिवारों को मीडिया से मिलने जुलने भी नहीं दिया जाता है जिनकी लड़कियाँ, महिलाएँ गायब हो गईं और पुलिस ने इनके गायब होने के मामले दर्ज करना तक जरूरी नहीं समझा।

गिरफ्तार महिला का पता नहीं

बलोचिस्तान की 23 वर्षीया जरीना मारी को 2005 के अंतिम महीनों में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें कराची के सैनिक यातना प्रकोष्ठ में रखा गया और उन्हें किसी से संपर्क करने की इजाजत नहीं है। सैनिक अधिकारियों ने उनके साथ बारम्बार बलात्कार किया और उनका सेक्स स्लेव के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।

सेना की शिविर में बंदी रहती हैं लड‍़कियां

एक सरकारी एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किए गए एक व्यक्ति ने इस लड़की को सेना के यातना शिविर में पाया। यह व्यक्ति खुद भी नौ माह तक सेना के यातना शिविर में रहा था। उसने इस महिला के बारे में रिपोर्टर्स विदआउट बार्डर्स, इंटरनेशनल रेडक्रॉस और लंदन के वूलविच कोर्ट को जानकारी दी।

इस लड़की के बारे में आजतक कोई भी जानकारी नहीं मिल सकी है। ऐसा माना जा रहा है कि बलोचिस्तान में जो लोग अधिक स्वायत्तता की माँग करते हैं उन परिवारों के पुरुषों के साथ लड़कियों, महिलाओं को भी गिरफ्तार कर लिया जाता है।

न्यूड रखते हैं महिलाओं को

बलूची भाषा के एक टीवी चैनल के मैनेजिंग डायरेक्टर मुनीर मेंगल को कराची के हवाई अड्‍डे से 4 अप्रैल, 2006 को गिरफ्तार किया गया था। उन्हें नौ महीने तक कराची के यातना शिविर में रखा गया। यहाँ उन्होंने जरीना मारी की हालत को देखा था। उन्होंने सेना की जेल में बहुत सारे मानवाधिकारों का उल्लंघन होते देखा। उनका कहना था कि ‘ एक बार तो सैनिकों ने निर्वस्त्र जरीना को उनकी कोठरी में धकेल दिया था।’ उनका कहना है कि उन्हें पता नहीं कि बाद में इस महिला का क्या हुआ।

प्रमुख बलूच नेताओं का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी है कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान या बाद में युवा बलूच लड़कियों को गिरफ्तार किया जाता है और उन्हें गायब कर दिया जाता है। उन्हें यह भी पता है कि सेना की हिरासत में इन महिलाओं का शोषण होता है लेकिन वे अपनी इज्जत और परिजनों को सरकारी जुल्मों से बचाने के लिए इन बातों को सार्वजनिक रूप से नहीं बतातीं।

अपनी कहानी को मुनीर मेंगल बताते हैं कि सेना के यातना शिविर में उन्हें प्रताडि़त किया गया और उनके लिंग को बुरी तरह घायल कर दिया गया क्योंकि उन्होंने जरीना मारी के साथ सेक्स करने से मना कर ‍‍द‍िया था।

उन्होंने रिपोर्टर्स विदाउट फ्रंटियर्स (आर एसएफ) को बताया कि ‘ 27 जनवरी 2007 को शाम छह बजे सेना की खुफिया शाखा के मेजर इकरार गुल नियाजी ने उन्हें अपने दफ्तर में बुलाया। उन्हें कुछ नंगी तस्वीरें दिखाईं और हँसते हुए कहा कि आप एक टीवी चैनल के डायरेक्टर रह चुके हैं और अभिनेत्रियों के साथ आपके अ‍च्छे संबंध भी रहे होंगे।’

जब वे अपनी कोठरी में वापस लौटे तो सारे फर्श पर अश्लील तस्वीरें बिखरी पड़ीं थीं। रात करीब12 बजे सूबेदार कहलाने वाला सैन्यकर्मी एक महिला को कोठरी में लाया। यह महिला डर के मारे काँप रही थी और रो रही थी। उसने महिला को उनके उपर गिरा दिया और कहा कि ‘ तुम्हें पता है कि इसके साथ क्या करना है। तुम बच्चे नहीं हो कि हम तुम्हें बताएँ कि इस औरत के साथ तुम्हें क्या करना है।’

मेंगल कहते हैं कि जब उन्होंने जरीना के साथ सेक्स करने से इनकार कर दिया तो उनके गोपनीय अंगों पर सैनिक अधिकारियों ने घाव कर दिए। उन्हें लगा कि सैनिक उन्हें नपुंसक बनाकर ही छोड़ेंगे या उनका लिंग ही काट देंगे। जरीना ने उन्हें बताया कि उसने यातना कमरों में और कुछ महिलाओं को देखा है लेकिन उसे किसी से भी बात नहीं कर ने दी गई।

Leave a Reply