November 25, 2024
virgin

<script async src="//pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js"></script> <!-- 104 BCR --> <ins class="adsbygoogle" style="display:block" data-ad-client="ca-pub-3954683617932208" data-ad-slot="9312688372" data-ad-format="auto"></ins> <script> (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); </script>

 (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});

बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): दिल्ली के प्रमुख प्रकाशन समूह वी एल मीडिया सोलुशंस द्वारा २३ अगस्त २०१५ को सायं ४ बजे आई टी ओ स्थित हिंदी भवन में साहित्य समागम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम तीन चरणों में हुआ. पहले चरण में चार पुस्तकों का विमोचन, दूसरे चरण में साहित्य परिचर्चा एवं तीसरे चरण में काव्य पाठ का आयोजन हुआ.

 (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});

विमोचित होने वाली पुस्तकों में सीबीआई के अंडर सेक्रेटरी श्री विद्याधर झा के अंगरेजी उपन्यास “द वर्जिन फसाद”, पवन मिश्र द्वारा रचित कारगिल शहीद कैप्टन मनोज पाण्डेय की जीवनी “हीरो ऑफ़ बटालिक”, लुधियाना की कवियत्री कुलदीप मक्कड़ के काव्य संग्रह “एक टुकड़ा आसमान” एवं चर्चित उपन्यासकार विनय सक्सेना के नए उपन्यास “पाषाण प्रदेश” शामिल हैं.

“द वर्जिन फसाद” रिश्तों पर आधारित एक काल्पनिक उपन्यास है जिसमें आधुनिक समाज की तमाम बुराइयों पर कटाक्ष किया गया है. पति पत्नी के रिश्तों के भावनात्मक पहलुओं को टटोलती यह पुस्तक लेखन के कई अनछुए कोनों की सैर कराती है.हीरो ऑफ़ बटालिक १९९९ में हुए कारगिल युद्ध में शहीद हुए एवं मरणोपरांत परमवीर चक्र से नवाजे गए कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय की जीवनी है. यह पुस्तक इसलिए खास है कि इसके लेखक पवन मिश्र मनोज पाण्डेय के सहपाठी रहे हैं और यहाँ तक कि मनोज पाण्डेय ने अपना आखिरी पत्र पुस्तक के लेखक को ही लिखा था. पुस्तक में मनोज पाण्डेय की डायरी से भी तथ्य डाले गए हैं.”एक टुकड़ा आसमान” एक काव्य संग्रह है किस्में जिंदगी के तमाम तमाम उतार चढ़ाव को काव्य रूप में प्रस्तुत किया गया है. “पाषाण प्रदेश एक तिलिश्मी उपन्यास है.”

दूसरे चरण में चर्चा के लिए तीन पुस्तकों को रखा गया है. इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ राजीव रंजन द्विवेदी के काव्य संग्रह “दहलीज़ के बाहर”, चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ गुरविंदर बांगा के काव्य संग्रह पगडण्डीयां एवं उपन्यासकार विनय सक्सेना के मयूर पंख को चर्चा के लिए शामिल किया गया था.चर्चा के लिए राज्य सभा में संपादक के पद पर कार्यरत सनातन कुमार, इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के एक सम्बद्ध कॉलेज में पत्रकारिता के सहायक प्रोफेसर डॉ उमेश पाठक, दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि विभाग में सहायक प्रोफेसर वरुण छाछर जैसे विद्वानों को बुलाया गया था.

कार्यक्रम के तीसरे चरण में देश के चर्चित कवियों के काव्य पाठ को शामिल किया गया है. देश विदेश में अपनी कविता के लिए दर्जनों पुरस्कार प्राप्त कर चुके नरेश शांडिल्य, बी एस भारद्वाज, डॉ राजीव रंजन द्विवेदी आदि कवियों को काव्य पाठ के लिए आमंत्रित किया गया था.

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दिल्ली सरकार के प्रमुख संस्थान नेताजी सुभाष इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के चेयरमैन प्रोफेसर बी एन मिश्र थे.

विदित हो कि वी एल मीडिया सोलुशंस के प्रबंध निदेशक नित्यानंद तिवारी ख़ुद भी लेखन से जुड़े हुए हैं एवं समय समय पर सहित्योत्थान हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करते रहते हैं. शौकिया प्रकाशन का काम करने वाले नित्यानंद लेखकों की रचनाओं को समाज तक पहुँचाने में सेतु का काम कर रहे हैं.

Leave a Reply