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पेट की आग बुझाने के लिए देह व्यापार के साथ साथ नाजायज बच्चे भी पैदा करती है महिलाएं
पेट की आग बुझाने के लिए देह की कुर्बानी एक मजबूरी ही तो है… यहां देह के दलदल में फंसी निरीह औरत महज एक मशीन है। कभी-कभी तो एक साथ दो-दो ग्राहक संभालने पड़ते हैं।
ये महिलाएं ग्राहकों की देह की भूख ही नहीं मिटाती, बल्कि उनके नाजायज बच्चे भी पैदा करती हैं। मन हो न हो लेकिन रोजी रोटी के लिए देह से खिलवाड़ कहीं भी कभी भी…देह मानों रबर का खिलौना बन गई है…॥