November 28, 2024
Rajiv-Gandhi-centre-with-Farooq-Abdullah-left-and-Mufti-Mohammad-Sayeed-right-in-1986.-Gandhi-and-Abdullah’s-friendship-came-in-the-way-of-Sayeed’s-ambition-to-become-chief-minister

बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): बात 1857 की है जब अंग्रेजो और देश के क्रांतिकारियों के बीच जंग छिड़ा हुआ था। क्रांतिकारियों का नेतृत्व देश के युवा क्रन्तिकारी टीपू सुल्तान, लक्ष्मी बाई, वीर कुंवर आदि के हाथ में था। इन सबको बहादुर शाह जफ़र का सहयोग प्राप्त था। किन्तु गांधीवादी लोग और अंग्रेजो की राजनीति के कारण क्रांतिकारियों को हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के बाद अंग्रेजो ने बहादुर शाह जफ़र को रंगून भेज दिया। जंहा बहादुर शाह की जेल में मौत हो गई।

मुग़ल वंश की सत्ता छीन गई और आगरा पर अंग्रेजों का शासन हो गया। इसी दरबार में एक दरबानी रहता था जो मुसलमान था। मुग़ल की सत्ता छीनने के बाद मोतीलाल नेहरू के पिता गंगाधर नेहरू आगरा से भाग कर इलाहबाद पहुंचे। जंहा उन्होंने अपना नाम गंगाधर नेहरू रख लिया।

गंगाधर नेहरू इलाहाबाद में ही रहने लगे और अंग्रेजी राज्य में नौकरी करने लगे। यही से नेहरू परिवार की शुरुवात हुई। गांधी वादी होने से पहले नेहरू परिवार मूलतः मुसलमान थे। गंगाधर का बेटा मोतीलाल नेहरू हुए जो बैरिस्टर हुए। और इनके बेटे पंडित जवाहर लाल नेहरू हुए जो देश की आजादी के बाद देश के प्रथम प्रधानमंत्री बने और इनकी बेटी इंदिरा गांधी हुई जो देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनी।

नेहरू गांधी परिवार

आप कह सकते है की नेहरू परिवार में प्रधानमंत्री बनने का रिवाज है क्योंकि लाल बहादुर शास्त्री जी के मृत्यु पश्चात इंदिरा गांधी देश की प्रधामंत्री बनी। वही इंदिरा गांधी की अचानक मृत्यु के पश्चात कांग्रेस पार्टी ने वंश परम्परा को बनाये रखने के लिए राजीव गांधी को प्रधानमंत्री बनाया। दुर्भाग्य से राजीव गांधी की भी बम विस्फोट में मृत्यु हो गई। किन्तु नेहरू से बने गांधी परिवार ने अब तक देश से कई सच को छुपाए रखा है।

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इसी सच का बड़ा खुलासा लेखक एम के रैना ने किया है। बात उस वक्त है कि जब राजीव गांधी कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम में शामिल होने कश्मीर गए हुए थे। इस कार्यक्रम में राजीव गांधी के साथ फारूक अब्दुल्लाह और वरिष्ठ लेखक एम के रैना भी उपस्थित थे। जब कार्यक्रम के दौरान फारूक अब्दुल्लाह ने राजीव गांधी को हिन्दू नेता कहकर पुकारा तो राजीव गांधी ने तुरंत कहा कि मैं हिन्दू नहीं हूँ। मेरे पूर्वज मुसलमान थे और मैं आपमें से एक हूँ।

इस बयान का खुलासा एम के रैना ने सोसल साइट ट्विटर के जरिये ट्वीट कर बताया है कि राजीव गांधी ने भरी जनसभा में बिना हिचकिचाये कहा कि मैं हिन्दू नहीं हूँ और ना ही मेरे पूर्वज हिन्दू थे। हालांकि, ये तो जगजाहिर है कि वर्तमान गांधी परिवार वाकई में हिन्दू नहीं थे। अंग्रेजो और इलाहबाद में हिन्दुओं से अपनी रक्षा के लिए गंगाधर नेहरू बन गए और नेहरू से फिर गांधी बन गए। राजीव गांधी ने कहा था मैं और मेरा परिवार हिन्दू नहीं है

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