बीसीआर न्यूज़ (परमजीत/पंजाब): भाग मिल्खा भाग जैसी कई बेहतरीन फिल्मज द्वारा बालीवुड को नई उच्चाईयां दे रहे बायोग्राफी ट्रेंड ने अब पंजाबी फिल्म निर्माता-निर्देशकों को भी महान शख्सियतों के संघर्ष व उपलब्धियों को दर्शाती फिल्मज बनाने के लिएं प्रोत्साहित किया है, जिसके मद्देनज़र ही अपने देश, असल जडों प्रति फर्ज निभाने के लिएं यत्नशीन हुए है प्रतिभावान अदाकार व निर्माता कर्म बाठ, जो पूर्व हैवीवेट चैंपीयन उलंपीयन कौर सिंह सबंधित फिल्म पद्मश्री कौर सिंह दर्शकों समक्ष करने जा रहे है। उन्होनें बताया कि बेशमुमार गौरवपूर्ण उपलब्धियां पंजाब व पंजाबीयत की झोली डाल चुकी महान हस्ती का दलेराना जीवन व खेल सफर पंजाबी सिनेमा स्क्रीन के माध्यम से फिर जीवंत किया जा रहा है।
मूल रूप से रियास्ती जिले पटियाला से ताल्लुक रखते और आजकल कनाडा बसते एक्टर कर्म बाठ अपने अब तक के करियर सबंधी नजरसानी करवाते हुएं बताते है कि अभिनय क्षेत्र बचपन से ही उनके लिएं आकर्षण का केंद्र बिंदू रहा , जिसके तहत ही बढते गएं शौंक ने उन्हेें थिएटर तक पहुूंचा दिया। जहां उन्हें कई नामचीन नाटक निर्देशकों के साथ बतौर रंगकर्मी काम करने का अवसर मिला, जहां अभिनय बारीकियों के बारे में उन्होनें काफी कुछ सीखा और समझा। उन्होनें आगे बताया कि नाटक क्षेत्र में परपक्वता हासिल करने बाद उन्होनें निर्माता के तौर पर पंजाबी फिल्म धर्म युद्व मोर्चा का निर्माण किया, जिसे विदेशों में काफी सराहना हासिल हुई और इसी उत्साह के बाद उनका करियर पडाव दर पडाव इस फिल्म क्षेत्र में आगे ही आगे बढता गया। उन्होनें बताया कि कैनेडा बसने के बावजूद उनका मन अपनी मिट़्टी प्रति फर्ज निभाने के लिएं उन्हें कचोटता रहा है, जिसके चलते ही बेहतरीन फिल्मज बनाने के लिएं लिएं निर्णय तहत वह पद्मश्री कौर सिंह का निर्माण कर रहे है, जिसमें लीड भूमिका में भी वह खुद नजर आएंगें। उन्होनें बताया कि उलंपिक्स 1984 मेें भारत की नुमाइदगी कर चुके श्री कौर सिंह को भारतीय खेलों में डाले गएं उल्लेखनिय योगदान के चलते पद्मश्री अवार्ड से नवाजा गया, जिसके बाद इस सम्मानिएं शख्सियत ने खेल क्षेत्र में और शानदार उपलब्धियां हासिल करते हुएं अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज महुम्मद अली से भिडने व उसे कडी टक्कर देने का श्रेय भी हासिल किया। उन्होनें बताया कि एशियन खेलों में स्वर्ण पदक हासिल कर चुके व अजुन अवार्ड भी अपनी झोली डाल चुके श्री कौर सिंंह का जीवन व खेल सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है, जिस दौरान आपार मुशिकलों का सामना करते हुएं कभी भी अपने मनोबल को डोलने नही दिया। फिल्म पहलुओं पर विस्तृत चर्चा करते हुएं एक्टर -निर्माता श्री बाठ आगे बताते है कुछ कर गुज़रने को हमेशा बेताब रहने वाले श्री कौर सिंह आज की युवा पीढी के लिएं एक मार्गदर्शक व प्रेरणासोत्र साबित हो सकते है, जिसके चलते ही उनकी और से अपने घरेलू प्रोडेकशन हाऊस अंतर्गत इस फिल्म का निर्माण किया जा रहा है, जिसे हिंदी सिनेमा के बाकमाल निर्देशक विक्रम प्रधान की और से निर्देशित किया गया है।
उन्होनें बताया कि कर्म बाठ प्रोडेकशन व सिले रिकाडज की और से प्रस्तृत की जा रही इस फिल्म के कहानीकर्ता जिया ठक्कर है, जबकि मैलोडीयस संगीत जतेद्र शाह ने स्वरबद्व किया है, जिनके अलावा सह निर्माताओं में जिया ठक्कर, गुरलव सिंह राटौल, कंवर निहाल सिंह आदि शामिल है। उन्होनें बताया कि ग्रेट हस्ती के किरदार को असलियत जामा पहनाने के लिएं उन्होनेंं कई माह तक शरीरिक व मानसिक तैयारियों को अंजाम दिया है, ताकि एक उम्मदा बाँकसर रहे पद्मश्री कौर सिंह की भूमिका को हर पक्ष से प्रभावपूर्ण बनाया जा सके । उन्होनें बताया कि पंजाबी सिनेमा का रूतबा और बुलंद करने जा रही इस फिल्म में राज काकडा, प्रभ ग्रेवाल, मलकीत रौणी, सुखी चाहल, गुरप्रीत कौर भंगूृ , सीमा कौशल, सुखबीर गिल आदि जाने माने कलाकार भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगे। उन्होनें बताया कि उनके लिएं अथाह खुशी की बात है कि भारत की अजीम शख्सियत पर उन्हें फिल्म बनाने और उनका किरदार निभाने का गौरव हासिल होने जा रहा है, जिसके बाद वह आगे भी अपनी मिट्टी और पंजाबीयत के लिएं ऐसी नायाब कोशिशों को निरंतर अंजाम देते रहेेगें।