बीसीआर न्यूज़/मुंबई: 1993 में बम्बई स्टॉक एक्सचेंज और मुंबई नगर निगम की बिल्डिंग में बम विस्फोट कर के सैकड़ों हिन्दूओं को मौत के घाट उतार दिया गया था। इस अपराध में सुप्रीम कोर्ट ने दाऊद इब्राहीम के हिस्ट्रीशीटर गुर्गे शाह वली खान उर्फ सरदार खान को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। हत्यारा आज भी मुंबई की जेल में उम्रकैद काट रहा है।
उसी दुर्दांत हत्यारे ने 2005 में मुंबई की एलबीएस रोड पर 2053 रूपये प्रति वर्गफुट बाजार दर वाली अपनी सवा लाख वर्गफुट जमीन केवल 25 रू प्रति वर्गफुट की दर से आज के मंत्री और पुराने कबाड़ी नवाब मलिक को बेंच दी थी।
हद तो यह है कि उस जमीन का सरकारी रेट (सर्किल रेट) भी 850 रू प्रतिवर्ग फुट था। दाऊद इब्राहीम के खास गुर्गे, उस दुर्दांत हत्यारे ने अपनी जमीन को वास्तविक बाजार मूल्य से सौ गुना कम कीमत पर पुराने कबाड़ी नवाब मलिक को क्यों बेंच दिया था। दाऊद इब्राहीम के खास गुर्गे, उस दुर्दांत हत्यारे का क्या बाप है नवाब मलिक.? वह हत्यारा नवाव मलिक पर इतना मेहरबान क्यों हो गया था ?
उपरोक्त तथ्य व जानकारी सरकारी कागज पत्तर के साथ देवेन्द्र फणनवीस ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी है। देवेन्द्र फणनवीस ने बताया है कि दाऊद इब्राहीम के खास गुर्गे, उस दुर्दांत हत्यारे को टाडा के कठोर कानूनों से बचाने के लिए यह लेनदेन हुआ था।
नवाब मालिक 100% अंडरवर्ल्ड का गुर्गा हे लेकिन हमारी पुलिस और सारी जांच एजेंसिया इनकी मुठ्ठी मे हैं। न्यायपालिकाए मजबूर हैं। क्योकि उसे सिर्फ सबूत चाहिए
अजय शास्त्री
(प्रकाशक व संपादक)
बॉलीवुड सिने रिपोर्टर (समाचार पत्र) व
बीसीआर न्यूज़ (वेब न्यूज़ चैनल)