बीसीआर न्यूज़/मुंबई ब्यूरो: बॉलिवुड के दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह अपनी बेहतरीन ऐक्टिंग के लिए दुनियाभार में मशहूर हैं। नसीरुद्दीन शाह केवल अपनी ऐक्टिंग ही नहीं बल्कि अपनी बेबाक बयानी के लिए भी चर्चा में रहते हैं। नसीर हमेशा हर मुद्दे पर खुलकर दो-टूक अपनी बात कहते हैं। अब उन्होंने दक्षिणपंथी लोगों के हेट-स्पीट वाले भाषणों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि ऐसे लोग भारत को गृह-युद्ध की तरफ ले जाएंगे।
एक न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू में नसीर ने दक्षिणपंथ के समर्थक कुछ लोगों के मुस्लिमों की हत्या करने की बात किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘मुझे भरोसा नहीं होता है कि ये लोग क्या बात कर रहे हैं। क्या ये लोग देश में गृह युद्ध फैलाना चाहते हैं। 20 करोड़ मुसलमान हैं, उनका आप रातोंरात सफाया नहीं कर सकते हैं। हम 20 करोड़ इसी भारत के हैं, यहां पैदा हुए हैं, हमारे परिवारों की पीढ़ियां यहां पैदा हुईं और खत्म हुई हैं। हम 20 करोड़ की मातृभूमि भारत है। मैं खुलकर कहता हूं कि अगर ऐसा कुछ होता है तो यह केवल गुस्सा पैदा करने वाला होगा और हम इसके खिलाफ लड़ेंगे।’
नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि वर्तमान सरकार मुस्लिमों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने के प्रयास कर रही है। इस मुद्दे पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, ‘मुस्लिमों के मन में एक डर बैठाने का प्रयास किया जा रहा है कि वे उम्मीद छोड़ दें। मैं कहना चाहता हूं कि अगर दमन की स्थिति आए तो यह हमें बिल्कुल नहीं डराता है। हम जवाब देंगे क्योंकि हम अपना घर बचा रहे हैं, हम अपनी मातृभूमि बचा रहे हैं, हम अपने परिवार बचा रहे हैं, बच्चे बचा रहे हैं। मैं हमारे धार्मिक विश्वासों पर बात नहीं करूंगा क्योंकि इनको आसानी से निशाना बनाया जाता है।’
नसीरुद्दीन शाह ने सरकार पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘यहां जो अभी काम हो रहा है वो मुस्लिमों को हाशिये पर ले जाने का है। सत्ताधारी पार्टी की पॉलिसी बांटो और राज करो वाली बन चुकी है। मैं देखना चाहता हूं कि जो लोग इतनी नफरत भरी बातें फैला रहे हैं उनका क्या होगा? सही बात तो यह है कि उस आदमी के बेटे को भी कुछ नहीं हुआ जिसने किसानों को कुचल दिया था।’
बता दें कि इसी हफ्ते की शुरूआत में कई सुप्रीम कोर्ट के वकीलों ने भारत के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर इस बात पर स्वतः संज्ञान लेने का अनुरोध किया था कि किस तरह से कुछ लोग अल्पसंख्यकों के सामूहिक हत्याकांड की बातें खुले तौर पर कह रहे हैं। वकीलों ने कहा कि ऐसे बयान हमारे देश की एकता को कमजोर करने वाले और लोगों को विभाजित करने वाले हैं। ऐसे बयान देने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।