बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): जिसको भी कट्टरवाद का बहुत बुखार चढ़ा हो और अभी भी गजवा -ए-हिंद की कामना पाले बैठा हो उस हर कट्टरपंथी के अंत का वक़्त नज़दीक आ रहा है , ये दुनिया उनको छोड़ने वाली नहीं है और ना ही दुनिया के तीन बड़े नेता किसी भी तरह अब उनको चैन से जीने देंगे ।
ट्रम्प के जीतने के बाद ये स्पष्ट हो गया है कि अमेरिकी भी किसी भी तरह के आतंकवाद के ख़िलाफ़ है और कत्तरवादियों को छूट देने के मूड में नहीं हैं , इन कट्टारवादियों ने लोगों के भोलेपन और उनकी सहनशक्ति का नाजायज़ फ़ायदा लेकर आतंक का जो साम्राज्य स्थापित किया हुआ था वो अब भरभराकर गिरेगा ।
इस वजह से इन लोगों का पैनिक बहुत बढ़ सकता है और इनकी हालत ख़राब हो सकती है , इसलिए ये परेशान होकर ताबड़तोड़ हमले कर सकते हैं इसके लिए हर आम ख़ास आदमी को तैयार रहना होगा और हर संदिग्थ नज़र आने वाली गतिविधि पर नज़र रखनी होगी ।
मोदी , पुतिन और ट्रम्प की इस तिकड़ी में इसराईल के नेता नेतान्याहू के मिल जाने की भी पूरी पूरी सम्भावना है , जापान भी इस्लामिक आतंकियों के एकदम से ख़िलाफ़ है और उनको किसी भी क़ीमत पर सहन नहीं करता है । अब विश्व में इस्लामिक कट्टारवादियों और आतंक फैलाने वालों का पप्रभुत्व घटेगा और शांति चाहने वालों का साम्राज्य स्थापित होगा ।
भारत की नज़र से अगर देखा जाए तो मोदी जी के विश्व नेता बनने की तमाम सम्भावनाएँ प्रबल होती जा रही हैं । ट्रम्प और पुतिन से मोदी जी के अच्छे रिश्ते जग ज़ाहिर हैं । अब भारत माता के पुनः विश्व गुरु बनने का समय और नज़दीक आता जा रहा है।