बीसीआर न्यूज़ (नॉएडा): यदि कला व संस्कृति को जीवित रखना है तो उसके लिए पर्यटन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाना होगा क्योंकि किसी भी देश की तरक्की में पर्यटन उद्योग का बहुत बड़ा हाथ होता है और हमारे भारत की विशिष्ठ संस्कृति व कला इस उद्योग के लिए सकारात्मक है। लेकिन अगर हमारे यहां पर्याप्त साधन नहीं होगें तो हमारी संस्कृति व कला का भी विकास नही हो पाएगा वह एक दायरे में ही सिमट कर रह जाएगी, यह कहना है पर्यटन, संस्कृति व नागरिक उड्डयन मंत्री भारत सरकार, डा॰ महेश शर्मा का जिन्होंने इंटरनेशनल चैंबर आॅफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के अतंर्गत 543 टूरिस्ट कमेटियों का शुभारंभ किया जिसका मुख्य उद्देष्य है कला, संस्कृति व पर्यटन द्वारा विश्व सहकारिता को बढ़ावा देना।
इंटरनेशनल चैंबर आॅफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के निदेशक संदीप मारवाह ने कहा कि जब भी मैं विदेश जाता हूं तो वहां की कला व संस्कृति को अवश्य देखता हूं और यही चाहता हूं कि कोई पर्यटक हमारे भारत आता है तो वह भी भारत की कला संस्कृति व धरोहरों की यादों को अपने साथ ले जाए न कि यहां की गंदगी। पर्यटन उद्योग में रोजगार की अपार सीमाएं हैं इसलिए हम भी स्कूल आॅफ हास्पिटैलिटि व स्कूल आॅफ आर्ट की शुरूआत कर रहे हैं जिससे होटल व टूरिस्म को बढ़ावा मिलेगा।
डा॰ महेश शर्मा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं जब भी संदीप मारवाह से मिलता हूं तो एक नये जोश का एहसास होता है जिन्होंने 25 साल पहले नोएडा फिल्म सिटी की नींव रखी थी और आज उसे विश्व में एक अलग मुकाम दिला दिया और मैं चाहता हूं कि आप लोग भी इनसे जितनी उर्जा अर्जित कर सकें कर लें और अपने अपने क्षेत्र में इस संस्थान व अपने गुरूजनों का नाम रोशन करें।