बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): आजकल जैसे ही लोगों की 70-80 साल की उम्र पूरी होती है वो अपनी आखिरी पलों के बारे में सोचने लगते हैं। लेकिन हम आपको ऐसे इंसान की कहानी बता रहे हैं जो 80, 100 या फिर 150 बल्कि 181 साल का हो गया है और जिंदा है। महाष्टा मुरासी नाम के ये व्यक्ति कहते हैं कि मौत मेरे घर का रास्ता भूल गई है। मैं इंतजार कर रहा हूं लेकिन कम्बखत आती ही नहीं है।
इनकी उम्र को देखते हुए लोग इन्हें दैवीय शक्ति बताते हैं। वहीं खुद मुरासी बताते हैं कि उनका जन्म जनवरी 1835 में बेंगलुरु में हुआ था। सन 1903 में महाष्टा मुरासी बेंगलुरु को छोड़कर वाराणसी रहने आ गए और तभी से वे वाराणसी में रह रहे हैं। हां उन्होंने 1957 तक एक मोची काम किया। जब वह अपने काम से रिटायर हुए तब उनकी उम्र 122 साल थी।
डॉक्टर भी हैरान
महाष्टा मुरासी कई बार अधिकारियों को अपने जन्म प्रमाण पत्र और पहचान पत्र भी दिखा चुके हैं। कई बार उनका मेडिकल चेक-अप भी किया जा चुका है लेकिन उनकी वास्तविक उम्र को लेकर डॉक्टर अभी भी आशांकित हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इसे कुदरत का करिश्मा ही कहा जा सकता है।
महाष्टा मुरासी कई बार अधिकारियों को अपने जन्म प्रमाण पत्र और पहचान पत्र भी दिखा चुके हैं। कई बार उनका मेडिकल चेक-अप भी किया जा चुका है लेकिन उनकी वास्तविक उम्र को लेकर डॉक्टर अभी भी आशांकित हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इसे कुदरत का करिश्मा ही कहा जा सकता है।