बीसीआर न्यूज़/उत्तर प्रदेश: आप तो जानते ही होंगे कि, जब उत्तर प्रदेश में भाजपा की योगी सरकार आई हैं, तब से ही अपराध और अपराधियों पर अंकुश लग गया हैं। cm योगी जी नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग द्वारा चलाये गए अपराधियों के खिलाफ कई तरहा के ऑपरेशन के तहत या तो नामचीन अपराधियों ने अपराधी दुनिया को छोड़ खुदको सरेन्डर कर दिया या फिर फिर उत्तर प्रदेश के साथ दुनिया ही छोड़ दी।
आपको बता दें कि, जिसमें पूर्वांचल के दुर्दांत अपराधी माफिया डॉन मुख्तार अंसारी एक समय था जब पूर्वांचल के साथ साथ पूरे उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसारी के नाम से लोग थर थर कांपते थे। आज हालात यह है कि उसका सारा धन दौलत धूमिल होता दिखा रहा है। पूर्वांचल में मुख्तार के होटल गजल, उसकी पसंदीदा ऑडी कार, स्ल टर हाउस और कई और इमारतों को धूमिल करना ये वो सभी कार्य है। यह सब योगी राज में संभव हो पाया हैं। और इन कार्यो पर आम जनता को विश्वास नहीं हो रहा है। आपको बता दे कि ये कार्य एक आईपीएस अधिकारी के कारण संभव हुआ है। आइए आपको बताते है कि यह सब कैसे और क्यों संभव हो पाया हैं।
अब योगी जी के नेतृत्व में तत्काल प्रभाव से हो रहा हैं अपराध व अपराधियों के खिलाफ पुलिस विभाग द्वारा खूब काम.
आपको बता दे कि यह सब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कारण ही संभव हो पाया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के “मिशन माफिया” के तहत जिम्मेदारी सौंपी गई थी। यह जिम्मेदारी योगी ने एक आईपीएस अफसर को सौंपी थी। इस आईपीएस अफसर का नाम बृजभूषण शर्मा था।
आपको बता दे कि,बृजभूषण शर्मा का नाम अब पूरे यूपी पुलिस विभाग में खूब सुर्खियां बटोर रहा है।
2019 में ज्वाइन की थी यूपी पुलिस.
बृजभूषण शर्मा एडीजी के रूप में साल 2019 में पुलिस प्रशासन ज्वाइन किया था। ज्वाइन करने के बाद उन्हें कई जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिसमें से सबसे महत्वपूर्ण मुख्तार के सारे कारनामों के बारे में पता लगाना था। बृजभूषण ने मुख्तार के करीबियों को साथ में लेते हुए उन पर कानूनी कार्य वाही शुरू की। बृजभूषण ने या तो उन धन संपदा को धूमिल कर दिया या फिर उसे हिरा सत में ले लिया।
कभी मुख्तार अंसारी की मर्जी के बिना पत्ता भी नहीं हिलता था.
गौरतलब है कि वाराणसी, गाजीपुर, मऊ, जौनपुर, आजमगढ़ ये वो सभी जिले थे जहां पर मुख्तार कि खूब चलती थी। मछली पालन के साथ साथ सरकारी ठेके, कोयला खदान ये सारी काम मुख्तार अंसारी की आँख के नीचे होता था। मुख्तार की मर्जी के बिना वहां एक पत्ता भी नहीं हिलता था। लेकिन मौजूदा समय में एडीजी बृजभूषन ने मुख्तार के दब दबे को शून्य कर दिया है। मुख्तार के अलावा अफसर ने कुंटू सिंह गैं ग को भी आर्थिक रूप से कमजोर कर दिया है।
यह है कुल संपत्ति: अगर आंकड़ों की बात करें तो सिर्फ पूर्वांचल में ही लगभग 424 करोड़ रुपये की आर्थिक नुक सान मा फियों को हुआ है। जिसमें 152 करोड़ की संपत्ति को धूमिल कर दी गई। वहीं 211 करोड़ रुपये की संपत्ति गैं गस्टर एक्ट में ज ब्त कर ली गई। साथ ही साथ 62 करोड़ की सालाना अ वैध आय को बंद कर दिया गया। साथ ही 244 मामले द र्ज है।।
विनुविनीत त्यागी
(बी.सी.आर. न्यूज़)