सत्ता का गरूर या पुलिस की दबंगई: भाजपा नेता से दरोगा ने थाने में कराया शौचालय साफ़, सदमें से भाजपा नेता की हुई मौत.
05 अगस्त 2020
विनुविनीत त्यागी
( बी. सी. आर. न्यूज़ )
बता दें कि, उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में भाजपा नेता को सत्ता की हनक दिखाना भारी पड़ गया। थाने में तैनात दरोगा ने नेता जी की अकड़ ढीली करने के लिए उनसे थाने में झाड़ू लगवा, शौचालय साफ करवा दिया। जिसके चलते इस घटना से नेता जी को इतनी गैरत आई कि, वो सदमें में आ गए और उनकी मौत हो गयी। मामले के तूल पकड़ने के बाद सोमवार को तुरन्त दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
दरहसल भाजपा के एक बूथ अध्यक्ष कन्हैया लाल बिंद थाने में जमीनी विवाद की शिकायत लेकर गये थे। वहां थाने में तैनात दरोगा शिवानंद राय से किसी बात को लेकर उनकी कहासुनी हो गयी, व बूथ अध्यक्ष ने दरोगा को सत्ता का रुतबा दिखते हुए देख लेने की धमकी दे डाली। जिसके बाद दरोगा भी गुस्से में आ गया और अपने पुलिसिया रोब में भाजपा के बूथ अध्यक्ष की अकड़ ढीली करने के लिए जबरन उनसे थाने में झाड़ू लगवा कर थाने का शौचालय भी साफ़ करवा डाला। बूथ अध्यक्ष अपनी ही सरकार में इतनी बेइज्जती बर्दास्त नहीं कर सके और मारे गैरत के सदमे में आ गए व जिसके चलते उनकी मौत हो गयी।
मामला के तूल पकड़ने के बाद आनन-फानन में एसपी ने दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही पुलिस अधिकारियों ने मृतक के घर पहुंचकर कलमबंद बयान दर्ज किया।
जिसमें दूसरी तरफ भाजपा नेता अब अपनी ही सत्ता, सरकार में पुलिस की दबंगई व कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। इस मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री और अपना दल से स्थानीय सांसद अनुप्रिया पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख कर जांच कराने की मांग की है। उनके द्वारा मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में बताया गया है कि जिगना रन्नौपट्टी गांव निवासी कन्हैयालाल बिंद बूथ प्रभारी थे। उन्होंने जमीन विवाद की थाने पर शिकायत की थी, लेकिन सुनवाई के बजाय उनसे थाना परिसर में झाड़ू लगवाने के बाद शौचालय साफ कराया गया । इससे वें सदमें में आ गए थे। सदमे में आए बूथ प्रभारी की मौत हो गयी है ।
वहीं अब बीजेपी पदाधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने तक दारोगा को निलंबित किया जाए। भाजपाई विवादित दारोगा के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। इस मामले में मौत से पहले का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें मृतक कन्हैया विंद पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं कि हिरासत में उनसे शौचालय साफ करवाया गया। हालांकि, पुलिस ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है।।