देश के एक ही सपूत से डरे उम्र खालिद और कन्हैया कुमार
बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी द्वारा JNUSU प्रेजिडेंट कन्हैया कुमार को दिल्ली न छोड़ने पर शूटआउट की धमकी देने के बाद जैसे जैसे घोषित डेडलाइन का वक़्त नजदीक आ रहा है। JNU में ख़ामोशी, सन्नाटा और खौफ ने पैर पसार लिए है। JNU के हर एक स्टूडेंट के दिमाग में बस एक ही सवाल है। क्या JNU में शूटआउट होगा? और यदि हुआ तो फिर उसका अंजाम क्या होगा? देशद्रोह के आरोपी कन्हैया कुमार और खालिद दोनों ने पुलिस को अमित जानी के खिलाफ तहरीर दी थी।
लेकिन अभी तक न पुलिस ने कोई मुकदमा लिखा न ही कोई गिरफ़्तारी की। अमित जानी की गिरफ्तारी हो जाती तो शायद JNU राहत की सांस लेता, लेकिन अमित जानी के पुलिस एक्शन से बाहर होने पर JNU में मौत जैसा सन्नाटा पसरा है। दिन भर हर ब्लॉक, हर छात्रावास, कैंटीन और पुस्तकालय में बस एक ही चर्चा है कि अमित जानी आखिर क्या करने वाला है ?
देश के एक ही सपूत से डरे उम्र खालिद और कन्हैया कुमार, कहाँ गया वो जोश जो हिंदुस्तान के खिलाफ उमड़ रहा था ? हिंदुस्तान के एक शेर ने करदी बोलती बंद.
उमर खालिद और कन्हैया कुमार के बाद अब JNUSU उपाध्यक्ष ने भी JNU के एडमिनिस्ट्रेशन को पत्र लिखकर अमित जानी के खिलाफ कार्यवाही की माँग की है। JNU के दवाव और कानून व्यवस्था को देखते हुए थाना वसंत कुञ्ज ने JNU परिसर के चप्पे चप्पे पर अमित जानी के पोस्टर चिपका दिए है, सुरक्षा कर्मियो को हिदायत दी गयी है कि अमित जानी को ठीक से पहचान ले और यदि अमित जानी यहाँ दिखाई दे तो तुरंत पुलिस को सूचित करे।
अमित जानी और कन्हैया दोनों को IB ने अपनी रडार पर ले लिया है। दोनों की एक एक गतिविधि पे गहरी नज़र रखी जा रही है। दिल्ली क्राइम ब्रांच के बड़े अफसर इस मामले में कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहते, वे भी पूरे घटनाक्रम को वाच कर रहे है। ।