बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): कराची में लहराया भारत का झंडा, लगे मोदी-मोदी के नारे नई दिल्ली। एक तरफ जहां बलूचिस्तान में लोग आजादी की मांग कर रहे हैं। वहीं, उससे कहीं अधिक बड़ा आजादी का आंदोलन इस वक्त सिंध प्रांत में चल रहा है। सिंध के कई छोटे-बड़े शहरों और दूसरे देशों में बसे सिंध के लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने भारत का झंडा लहराया और मोदी मोदी के नारे लगाए।
बलूचिस्तान के बाद अब सिंध और कराची में आजादी की मांग
दरअसल, पाकिस्तान ने यहां पर चीन को बड़े पैमाने पर जमीन दी हैं, जिस पर कथित तौर पर इकोनॉमिक कॉरीडोर बनाया जाना है। लोकल लोगों का कहना है कि इस कॉरीडोर से उन लोगों की जमीनें तो छीन ली जाएंगी, लेकिन जो उद्योग-धंधे लगेंगे उनमें बाहरी लोगों को लाकर बसाया जाएगा। साथ ही चीन और पाकिस्तानी सेना की गतिविधियां इस इलाके में बढ़ेंगी, जिससे अलग तरह की समस्याएं पैदा होंगी। पाकिस्तान सरकार यह सब सिंधी पहचान को हमेशा के लिए मिटाने के मकसद से कर रही है। इस कॉरीडोर के बनने से इस पूरे इलाके में पंजाबी मूल के पाकिस्तानियों की दखल बढ़ जाएगी और सिंधी लोग यहां अल्पसंख्यक बनकर रह जाएंगे।
बलूचिस्तान में फहराया गया था तिरंगा
इससे पहले बीते दिनों बलूचिस्तान की आज़ादी की मांग कर रहे लोगों ने बलूच रिपब्लिकन पार्टी (बीआरपी) ने प्रांत के कई हिस्सों में मोदी की तस्वीर के साथ तिरंगा फहाराया। पिछले चार दिनों से ब्लूचिस्तान के सुई डेरा बुगती, जाफराबाद और नसीराबाद समेत कई अन्य जगहों पर पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। इस दौरान लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत का झंडा तथा ब्लूच स्वतंत्रता सेनानी अकबर बुग्ती की तस्वीरें हाथों में लेकर पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया। नकाबपोश प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के झंडे को पैर से रौंदा और ‘बंद करो बलूच नरसंहार’ की तख्तियां भी दिखाईं।