December 26, 2024
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*दिल्ली दंगों का तब्लीगी मरकज कनेक्शन, मौलाना साद के बेहद करीबी व होने वाले समधी अब्दुल अलीम से पुलिस ने की पूछताछ,दिल्ली दंगों के मुख्य आरोपी के सीधे संपर्क में था अब्दुल.*

*राजधानी-दिल्ली*
*13 जुलाई 2020*
*(टीम बी.सी.आर.न्यूज़)*

नई दिल्ली: दिल्ली दंगों के तब्लीगी मरकज कनेक्शन मामले में जमात के प्रमुख मौलाना साद के बेहद करीबी माने जाने वाले अब्दुल अलीम से दिल्ली पुलिस ने गहन पूछताछ की है.

पूछताछ का मकसद राजधानी स्कूल के मालिक के पास मौजूद सैकड़ों करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी और अलीम का दंगों के दौरान उस से लगातार संपर्क में रहना था. दस्तावेजों के हवाले से खुलासा हुआ है कि मौलाना साद का बेहद करीबी अलीम दंगों के दौरान लगातार दंगों के एक मास्टरमाइंड के संपर्क में था.

दिल्ली दंगों की जांच कर रही पुलिस को पता चला है कि मौलाना साद का होने वाला समधी अब्दुल अलीम दिल्ली दंगों के एक मुख्य आरोपी राजधानी स्कूल के मालिक फैजल के सीधे संपर्क में था. इसके साथ ही पुलिस को यह भी शक है कि फैजल के पास सैकड़ों करोड़ की जो प्रॉपर्टी है, उसका भी कोई ना कोई रिश्ता अलीम और साद से जुड़ता है.

दिल्ली पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि शक के पीछे कारण यह है कि साल 2014 से जब से मौलाना साद मरकज के जरिए पावर में आया उसके बाद फैजल ने 2014 से 2020 के बीच लगभग 40 करोड़ रुपये से ज्यादा की प्रापर्टी उत्तर पूर्वी दिल्ली मे खरीदी. जांच एजेंसियों को शक है कि फैजल के पास 1000 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी हो सकती है.

एजेंसियों के दस्तावेज के मुताबिक फैजल के पास साल 2014 से साल 2020 तक की खरीदी गई जायदादों का सिलसिलेवार तरीके से ब्यौरा दिया गया है. इसमें साफ तौर पर लिखा गया है कि कोई प्रॉपर्टी 10 करोड़ की, कोई प्रॉपर्टी 7 करोड़ की तो कोई प्रॉपर्टी साढ़े चार करोड़ रुपये की थी.

जांच एजेंसी को यह शक ऐसे ही नहीं हुआ था दरअसल जब उत्तर पूर्वी दिल्ली के दंगों की जांच शुरू हुई और जांच के दौरान राजधानी स्कूल का मालिक फैजल पकड़ा गया और उसके मोबाइल फोन कनेक्शन की गहन पड़ताल शुरू हुई तो यह सनसनीखेज खुलासा सामने आया कि फैजल से दंगों से 3 दिन पहले यानी 20 फरवरी 2020 से एक शख्स लगातार संपर्क में था.

इस शख्स ने 20 फरवरी से लेकर 3 मार्च तक फैजल से अनेकों बार बातचीत की थी, साथ ही इन दोनों के बीच एसएमएस का आदान-प्रदान भी हुआ था. यह बातचीत 23, 24, 25, 26 फरवरी यानी जब दंगे लगातार हो रहे थे. उस समय भी जारी थी. दिल्ली पुलिस ने जब फैजल से बात करने वाले इस शख्स का इतिहास खंगालना शुरू किया तो उसके तार सीधे तब्लीगी मरकज तक पहुंच गए और खुलासा यह हुआ कि बातचीत करने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि तब्लीगी मरकज के प्रमुख मौलाना साद का बेहद करीबी अब्दुल अलीम है.

दिल्ली पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि इस बार जांच अधिकारियों ने अब्दुल अलीम से गहन पूछताछ की यह पूछताछ फैजल से संबंधों से लेकर जायदाद और तब्लीगी जमात को लेकर भी हुई. सूत्रों के मुताबिक इस पूछताछ के दौरान अलीम ने अनेक अहम बातें जांच अधिकारियों को बताईं जिनकी जांच की जा रही है.

अधिकारी ने कहा कि अगर दंगों के सीधे तार अलीम या मरकज के किसी अन्य शख्स से जुड़ते हैं तो उसकी भी गिरफ्तारी हो सकती है. ध्यान रहे कि मौलाना साद और तब्लीगी मरकज के बारे में कोरोना बीमारी के दौरान यह खुलासा हुआ था कि तमाम नियम कानूनों को ताक पर रखकर निजामुद्दीन के तब्लीगी मरकज में मौलाना साद और उनके सहयोगियों ने हजारों लोगों को रखा हुआ था. यही नहीं इनमें से अनेक लोगों को कोरोना बीमारी भी हो गई थी और ये लोग देश के विभिन्न हिस्सों में भी पहुंच गए थे, जिसके चलते यह बीमारी दिल्ली और देश के विभिन्न हिस्सों में फैली.

इसे लेकर दिल्ली पुलिस ने मौलाना साद और उनके सहयोगियों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा भी दर्ज किया था और इस बारे में मौलाना साद के अनेक करीबियों से पूछताछ हो चुकी है. तब्लीगी मरकज का अभी करोना बीमारी को लेकर मामला निपटा भी नहीं था कि उसके तार एक और आपराधिक गतिविधि से जुड़ते नजर आ रहे हैं. यह बात दीगर है कि अभी तक जांच एजेंसियां मौलाना साद के खिलाफ कोई कार्रवाई करना तो दूर उससे पूछताछ तक नहीं कर पाई है।।

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