बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): शशिकला के पति एन नटराजन को तमिलनाडु का अमर सिंह कहा जाता है। उनके करीबी रिश्ते कांग्रेस, बीजेपी, डीएमके और एआईएडीएमके के बड़े नेताओं के साथ रहे हैं
ओ पनीर सेल्वम और शशिकला दोनों थेवर समुदाय से आते हैं। अब शशिकला जयललिता की विधानसभा सीट आर के नगर विधानसभा से चुनाव लड़ने की सोच रही हैं। इसके पीछे भी उनकी मंशा यह है कि वो खुद को जयललिता की उत्तराधिकारी साबित कर सकें।
शशिकला के पति एन नटराजन को तमिलनाडु का अमर सिंह कहा जाता है। उनके करीबी रिश्ते कांग्रेस, बीजेपी, डीएमके और एआईएडीएमके के बड़े नेताओं के साथ रहे हैं। शायद यही वजह है कि जयललिता ने उन्हें अपने से दूर कर रखा था। लेकिन जयललिता की मौत के बाद अचानक वो फिर से सक्रिय हो गए हैं। अब तो न सिर्फ शशिकला नटराजन और उनके पति बल्कि उनके परिवार के कुल सतरह लोग मैदान में उतर आए हैं। इसकी बानगी उस वक्त भी देखने को मिली थी जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वर्गीय जयललिता को श्रद्धांजलि देने चेन्नई के राजाजी हॉल पहुंचे थे और उन्होंने सांत्वना देते हुए शशिकला के सिर पर हाथ रखकर दुख की घड़ी में साथ देने का भरोसा दिया था।
गौरतलब है कि करीब 75 दिनों तक अपोलो अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ने के बाद जे जयललिता 5 दिसंबर को जिंदगी की जंग हार गई थीं। उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था। जयललिता चेन्नई के ग्रीम्स रोड स्थित अपोलो अस्पताल में 22 सितंबर को भर्ती हुई थीं। उस वक्त उन्हें बुखार और डिहाइड्रेशन की परेशानी थी। इसके बाद बताया गया कि उनकी तबीयत बिगड़ गई है लेकिन उससे जुड़ी किसी भी प्रकार की सूचना नहीं दी गई थी। अपोलो अस्पताल की मेडिकल बुलेटिन्स में कहा गया था कि जयललिता की हालत सुधर रही है और वो रिस्पॉन्ड कर रही हैं। 4 दिसंबर को अचानक कहा गया कि उन्हें मैसिव कार्डियक अरेस्ट हुआ है और अगले दिन 5 दिसंबर को 75 दिनों तक लगातार अस्पताल में रहने के बाद अस्पताल ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।