बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): दिल्ली में भारतीय समता समाज की ओर से “समता अवार्ड -२०१६” का आयोजन किया गया। इस अवार्ड में खेल, समाजसेवा /साहित्य/कला और संस्कृति के क्षेत्र से ऐसे लोगो को संम्मान दिया गया। जिन्होंने देश सेवा में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। देश विदेश से ऐसे 100 लोगो को समता समाज ने सम्मानीत किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ऑस्कर फर्नांडिस जी और पैंथर पार्टी के प्रमुख और वरिष्ठ एडवोकेट प्रोफेसर भीम सिंह जी शामिल हुए।
कार्यक्रम में समाज सेवा के लिए सन्त श्री आर अस ढाका जी /प्रमुख समाज सेविका और ह्यूमन राइट अक्टिविटिस्ट श्रीमती अर्पिता बंसल जी /निवेदिता फाउंडेशन से राजीव गर्ग जी/अपना रोटी बैंक देहरादून से हिमांशु पुंडीर जी /पूनम हिंदुस्तानी/डॉक्टर अमित कौर पूरी, राकेश चहल जी /नीलम ठाकुर जी /शबनम नाज़ को दिया गया ।
पत्रकारिता अवार्ड:- “बीसीआर न्यूज” के संपादक अजय शास्त्री, दिव्य दिल्ली से राजेश चौहान और वी के शर्मा जी, प्रमोद ठाकुर (लाइव 24), श्रीवास्तव जी (आज का मतदाता) अभिषेक बच्चन जी, विनोद छिब्बर/प्रदीप कुमार साहू, गोपाल राजपूत और कई अन्य को समता अवार्ड २०१६ से सम्मानित किया गया।
यंग अचीवर्स : हरयाणा से अनिल कटारिया और जितेंदर गोयल को सम्मानित किया गया।
साहित्य और कला: संगीता कुमारी/डॉक्टर के के कुसुम /बेबाक जौनपुरी /जनाब सरफ नान पारवि /डॉक्टर अशोक अंजुम जी को ये सम्मान दिया गया।
खेल जगत में :- एथलीट पदमावती आजाद/रसलेर प्रिंस को ये सम्मान दिया गया।
योग के लिए: मंगेश त्रिवेदी को योग के लिए सम्मानित किया गया
डायरेक्टर के लिए: अमित शर्मा (जयपुर ) को बेस्ट डायरेक्टर के लिए दिया गया।
डिज़ाइनर के फील्ड में नाज़ जोशी और अर्चना तोमर को ये सम्मान दिया गया।
एक्टिंग और डांस के क्षेत्र से दिव्यांग राधे/ मराठी फिल्मो की अदाकारा और अभिनेत्री संगीता वर्धन जी / धर्मेंदर तोमर /सीमा डोगरा जी व अन्य कई को दिया गया।
भारतीय समता समाज के मुखिया काली राम तोमर जी का कहना है कि वे इस कार्यक्रम के जरिये लोगो को एक साथ जोड़ना चाहते है।और देश में एक समता के समाज की कल्पना को आधार देने की कोशिश में लगे है।
इस कार्यक्रम को होस्ट किया पत्रकार और समाजसेविका नीलिमा ठाकुर ने ।
कार्यकरम देशभक्ति के रंग से भी भरा हुआ था ।जुबी पब्लिक स्कूल के बच्चों ने देशप्रेम को लेकर कई नृत्य और नाटक पेश किये।
भारतीय समता समाज का ये एक सराहनीय पर्यास रहा। समाज में ये पहल एक सकारात्मकता को जन्म देती है।