बीसीआर न्यूज़ (मुम्बई): फौजिया अर्शी फिल्म इंडस्ट्री की उभरती हुई डायरेक्टर होने के साथ ही डेली मल्टीमीडिया लिमिटेड एंटरटेनमेंट कंपनी की सीईओ हैं। उन्होंने ‘हो गया दिमाग का दही’ जैसी फिल्म को डायरेक्ट किया है। इस फिल्म के प्रोड्यूसर संतोष भारतीय और खुद फौजिया हैं। फिल्म में कादर खान के अलावा ओम पुरी, संजय मिश्रा, राजपाल यादव, रज्जाक खान, अमिता नांगिया और चित्राशी रावत जैसे कलाकार हैं। इस फिल्म में कादर खान लंबे समय बाद बड़े परदे पर नजर आए। कादर खान को लेकर फिल्म की डायरेक्टर फौजिया अर्शी से बातचीत की। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश…
सवाल – आपने अपनी फिल्म के लिए कादर खान को कैसे मनाया। उनके साथ अपनी फर्स्ट मीटिंग के बारे में बताइए?
जवाब – मैं जब फिल्म ‘हो गया दिमाग का दही’ के बारे में सोच रही थी, उस वक्त मेरे दिमाग में कादर खान को लेकर एक इम्पॉर्टेन्ट रोल था। जब मैंने इस बारे में कुछ लोगों से पूछा तो उनका कहना था- उनकी तबीयत ठीक नहीं रहती। इन सबके बीच आखिर मुझे कादर खान से मिलने का मौका मिल ही गया। मैं जब उनसे पहली बार मिली तो मैंने उन्हें अपने प्रोजेक्ट के बारे में बताया। मेरा उत्साह देखकर कादर खान सरप्राइज थे। उन्होंने मुझसे एक सवाल किया- ‘फिल्मों के अलावा आपने जिंदगी में क्या किया है’। इस पर मैंने उनसे कहा- जैसे आप पहले एक प्रोफेसर थे ठीक वैसे ही मैं भी एक मैनेजमेंट कॉलेज में प्रोफेसर हूं। उन्होंने मेरी मेहनत की तारीफ करते हुए कहा-अगर मुझे स्क्रिप्ट और डायलॉग पसंद आए तो मैं इस प्रोजेक्ट के बारे में सोचूंगा। मैं बेहद लकी हूं कि वो मेरे प्रोजेक्ट का हिस्सा बनें।
सवाल – कादर खान की फैमिली के बारे में बताइए। वो कैसे उनकी देखभाल करती है?
जवाब – कादर खान की फैमिली में उनकी पत्नी अजरा खान के अलावा तीन बेटे सरफराज, शहनवाज और कुद्दुस हैं। लेकिन उनकी फैमिली का कोई भी मेंबर उनका ख्याल नहीं रखता। उनके जो नौकर हैं वही उनकी देखभाल करते हैं। हालांकि उनका तीसरा बेटा कुद्दुस, जो कि कनाडा में रहता है वह ठीक है। फिलहाल कादर खान कनाडा में उसी के साथ हैं।मुझे याद है, पिछले साल उन्हें बाबा रामदेव के आश्रम में इलाज के लिए ले जाया गया था। उनकी सेहत में सुधार हो रहा था। वह व्हीलचेयर पर थे मगर उन्होंने थोड़ा-थोड़ा चलना शुरू कर दिया था। यहां तक कि रामदेव बाबा ने उनके बेटों से कहा था मुझे एक महीना दे दो, कादर खान पूरी तरह चलने लगेंगे मगर उनके दोनों बेटों को तो उन्हें घर वापस ले जाने की पड़ी थी इसलिए पंद्रह दिन में ही उन्हें वहां से वापस ले आए।
सवाल – कादर खान से आपकी मीटिंग कहां हुई थी?
जवाब – मैं मुंबई के सांताक्रुज में कादर खान के ऑफिस में मिली थी। उनके ऑफिस में एक रूम हैं, जहां अक्सर वो आराम करते हैं। यह वो जगह है जहां कोई भी उनसे मिल सकता है।
सवाल – कादर खान ने एग्जेक्टली आपसे क्या कहा कि उन्हें अब फिल्मों में काम करने में दिलचस्पी नहीं है?
जवाब – कादर खान ने कहा- आजकल फिल्म इंडस्ट्री में नए लोग अपनी तमीज और तहजीब भूल चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब उन्हें अच्छे रोल भी ऑफर नहीं होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जबसे एक्टिंग में आए हैं तबसे एक पर्टिकुलर रुटीन को फॉलो करते हैं। ऐसे में किसी के लिए वो अपने काम का तरीका क्यों बदलें।