पेटीएम वाॅलेट में अब जोड़ा गया क्यूआर कोड जिससे यह ऐप छोटे स्टोर्स और सेवा प्रदाताओं को डिजिटल पेमेंट प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा
बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): प्रयोक्ताओं के अनुभव को बेहतर बनाने और डिजिटल भुगतान की स्वीकृति को आगे बढ़ाने के लिए पेटीएम ने अपने पेटीएम वाॅलेट ऐप में क्यूआर कोड आधारित भुगतान को पेश किया है।
अपनी किस्म का पहला यह क्यूआर कोड किसी भी दुकानदार या सेवा प्रदाता द्वारा डिजिटल भुगतान स्वीकार करने के लिए उपयोग किया जा सकेगा। अब ग्राहक अपने वाॅलेट बैलेंस या बचाए हुए पेमेंट इंस्ट्रूमेंट का इस्तेमाल करते हुए पेटीएम वाॅलेट ऐप के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं।
क्यूआर यानी क्विक रिस्पाँस कोड एक मैट्रिक्स बार कोड होता है जिसे मशीन द्वारा पढ़ा जा सकता है और उस कोड में छुपी जानकारी को प्राप्त किया जा सकता है। पहले से प्रिंट क्यूआर कोड के मामले में एक ही सूचना होगी – कारोबारी के पेटीएम खाते का विवरण। क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद खरीददार को सिर्फ भुगतान राशि ऐंटर कर के उसे स्वीकृत करना होगा।
क्यूआर कोड का विकल्प किराना स्टोर, आॅटोरिक्शा, फास्ट फूड जाॅइंट और ऐसी लघु सेवाएं प्रदान करने वाले अन्य व्यक्तियों को यह सुविधा देगा कि वे अपने खाते का एक लैमिनेटिड क्यूआर कोड साथ रखें और बिना डेटा कनेक्शन के भी भुगतान स्वीकार करें। उन्हें अपने बेसिक फोन पर सौदे की पुष्टि का एसएमएस मिलेगा। कारोबारी डायनमिक क्यूआर कोड भी जैनरेट कर सकेंगे जिसमें भुगतान की जाने वाली रकम और साथ में कारोबारी का पेटीएम ब्यौरा भी होगा।
पेटीएम वाॅलेट ऐप में नई क्षमताओं को जोड़ने के बारे में पेटीएम प्रोडक्ट्स के वाइस प्रेसिडेंट नितिन मिश्रा ने कहा, ’’वर्तमान 10,000 कारोबारी जो पेटीएम वाॅलेट को कैश से टाॅपअप करेंगे उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे क्यूआर कोड आधारित भुगतान को स्वीकार करना शुरु करें और इनमें अधिकांश किराना स्टोर हैं।
स्थानीय रिटेलर और सेवा प्रदाताओं (जैसे हैंडीमैन, आॅटोरिक्शा, छोटे रेस्त्रां व किराना स्टोर्स) के पास हम इस समाधान का काफी उपयोग देख रहे हैं। व्यापारी के लिए लाभ यह है कि वह नकद संभालने के झंझट से मुक्त रहेगा, तत्काल भुगतान होगा और परिचालन की लागत भी बहुत कम रहेगी। तथा ग्राहक भी सटीक राशि का भुगतान कर पाएंगे और उन्हें खुल्ले पैसे लेकर चलने की दिक्कत से रूबरू नहीं होना पड़ेगा। जल्द ही हम पेमेंट मर्चेंट ऐप्लीकेशन भी लांच करेंगे जो रिटेलरों को विस्तृत स्तर पर क्रियात्मकता प्रदान करेगी।’’
फिलहाल पेटीएम ऐप के जरिए पिज्जा हट, केएफसी, कोस्टा काॅफी आदि में भुगतान किया जा सकता है। वर्तमान पद्धति के तहत उपभोक्ता का मोबाइल नंबर मिलने के बाद ’वन टाईम पासवर्ड’ जैनरेट होता है। क्यूआर कोड को अमल में लाने का लक्ष्य है कि पेटीएम और बहुत से कारोबारियों के लिए होस्ट का काम करे और उन्हें क्यूआर कोड के जरिए भुगतान स्वीकार करने में सक्षम बनाए।
पेटीएम के बारे में
पेटीएम भारत का सबसे बड़ा मोबाइल पेमेंट एवं काॅमर्स प्लेटफाॅर्म है। इसके 10 करोड़ से भी ज्यादा प्रयोक्ता हैं। पेटीएम का लक्ष्य करीबन 50 करोड़ भारतीयों को मोबाइल भुगतान, मोबाइल काॅमर्स और शीघ्र ही लांच होने वाली भुगतान बैंकिंग सेवाओं के माध्यम से अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा में ले कर आना है। भारत की अग्रणी मोबाइल इंटरनैट कंपनी वन97 कम्यूनिकेशंस के कंज़्यूमर ब्रांड ’पेटीएम’ का मुख्यालय दिल्ली-एनसीआर में है। कंपनी के निवेशकों में शामिल हैंः ऐंट फाइनेंशियल्स (AliPay), अलीबाबा ग्रुप, सैफ (SAIF) पार्टनर्स, सैफायर वेंचर और सिलिकाॅन वैली बैंक।