पाकिस्तान ने ठुकराया, भारत ने अपनाया
बीसीआर न्यूज़ (मुंबई): भारत में अल्पसख्यक के साथ भेदभाव की पक्षपात पुर्ण आरोप लगाने वालों के लिये यह खबर कुठाराघात के सामन होगी। पाकिस्तानी गायक अदनान सामी पाकिस्तान को छोड़ भारत में रहने आ रहे हैं। अदनान सामी को आखिरकार भारत की नागरिकता प्रदान कर दी गई है। भारतीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को इस बात की घोषणा की है। सामी को मिली नागरिकता 1 जनवरी 2016 से लागू हो जाएगी। गौरतलब है कि 43 साल के अदनान सामी ने दो साल पहले भी भारत की नागरिकता के लिए आवेदन किया था, लेकिन उस समय उनका आवेदन रद्द कर दिया गया था। इस साल सामी ने दोबारा अपना आवेदन गृह मंत्रालय की विदेशियों के लिए बनाई गई डिविजन में दिया, जो अब स्वीकार कर लिया गया है।
लाहौर में जन्मे अदनान सामी पहली बार 13 मार्च 2001 को भारत आए थे। तब उन्हें विजिटर्स वीजा दिया गया था, जिसकी अवधि एक साल थी। यह वीजा इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग की तरफ से जारी किया गया था। सामी को मिले वीजा की अवधि समय-समय पर बढ़ाई जाती रही, लेकिन 27 मई 2010 को पाकिस्तान द्वारा जारी किया गया उनका पासपोर्ट 26 मई 2015 को एक्सपायर हो गया। इसके बाद पाकिस्तान सरकार ने पासपोर्ट को रिन्यू करने से मना कर दिया।
इसके बाद सामी ने भारत सरकार से आग्रह किया कि उन्हें मानवता के आधार पर भारत में रहने की वैध इजाजत दे दी जाए। उनके इस आग्रह को स्वीकार करते हुए भारतीय गृह मंत्रालय ने इस साल उन्हें अनिश्चित अवधि तक भारत में रहने की इजाजत दे दी।
शुरुआती दौर में समी को भारत में ‘कभी तो नजर मिलाओ’ और ‘लिफ्ट करा दे’ जैसे गानों से प्रसिद्धि मिली थी और धीरे-धीरे उन्होंने बॉलिवुड के दिग्गज गायकों में जगह बना ली। इस साल जुलाई में रिलीज हुई सलमान खान की फिल्म ‘बजरंगी भाईजान’ में सामी ने ‘भर दो झोली मेरी’ कव्वाली गाई थी, जिसे लोगों ने खासा पसंद किया था।