बीसीआर न्यूज़/मुंबई: कोरोना वायरस के खतरनाक माने जा रहे ओमिक्रॉन वेरिएंट ने भारत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को बढ़ा दिया है।पिछले 24 घंटे में ही देश में 16,764 नए मामले सामने आए हैं और 220 लोगों की मौत हुई है। सबसे बुरी हालत दिल्ली और मुंबई की है।ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण यहां की ट्रांसमिशन रेट या रिप्रोडक्टिव रेट (R) वैल्यू महामारी की शुरुआत के बाद पहली बार 2 के पार पहुंच गई है। इसने विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी।
क्या होती है R वैल्यू?
इंडिया टुडे के अनुसार, R वैल्यू में एक संक्रमित के संपर्क में आकर संक्रमित होने वालों की संख्या का पता लगाया जाता है। सीधे शब्दों में कहें तो R वैल्यू के 1 पर होने का मतलब है कि 100 संक्रमित लोग अपने संपर्क में आने वाले 100 लोगों तक वायरस पहुंचा रहे हैं।विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 0.6 या उससे कम की R वैल्यू सुरक्षित है। इसके एक से अधिक होना महामारी के तेज प्रसार को दर्शाता है।
भारत में 1.22 पर पहुंची ट्रांसमिशन रेट
भारत में ट्रांसमिशन रेट 1.22 पर पहुंच गई। इसका मतलब है कि देश में संक्रमण का तेजी से प्रसार हो रहा है और कुल संक्रमित लोगों की संख्या से अधिक लोग महामारी की चपेट में आ रहे हैं।भारत की ट्रांसमिशन रेट का आंकलन किया जाए तो यह देश में 100 संक्रमित लोग 122 लोगों को संक्रमित कर रहे हैं। यही कारण है कि अब देश में बड़ी तेजी से संक्रमण के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है।
दिल्ली और मुंबई की हालत सबसे अधिक खराब
चेन्नई स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमैटिकल साइंसेज की सीताभरा सिन्हा के नेतृत्व में शोधकर्ताओं के नवीनतम विश्लेषण के अनुसार, दिल्ली और मुंबई में महामारी की शुरुआत के बाद से पहली बार ट्रांसमिशन रेट 2 के पार पहुंच गई है।दिल्ली में 23 से 29 दिसंबर के बीच ट्रांसमिशन रेट 2.54 और मुंबई में 23 से 28 दिसंबर के बीच 2.01 थी।इसका मतलब है दिल्ली में 100 संक्रमित 254 और मुबई में 100 संक्रमित 201 लोगों तक संक्रमण पहुंचा रहे हैं।
इन शहरों में 1 के पार पहुंची ट्रांसमिशन रेट
नए विश्लेषण के अनुसार, दिल्ली और मुंबई के अलावा पुणे और बैंगलोर में ट्रांसमिशन रेट 1.11 पर पहुंच गई है। इसी तरह कोलकाता में यह 1.13 और चेन्नई में 1.26 हैं। यही कारण है कि इन शहरों में बड़ी तेजी से मामलों में उछाल आ रहा है।शोधकर्ता सीताभरा सिन्हा ने कहा कि ट्रांसमिशन रेट का 1 से ऊपर पहुंचने का मतलब है कि इन शहरों में महामारी की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है, जो गंभीर परिणाम दिखाएगी।
दिल्ली और मुंबई में तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के मामले
दिल्ली में गुरुवार को संक्रमण के 1,313 नए मामले सामने आए हैं, जो बुधवार (923) की तुलना में 42 प्रतिशत अधिक है। वर्तमान में यहां की टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 1.29 प्रतिशत पर पहुंच गई है।दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस उछाल के लिए ओमिक्रॉन को जिम्मेदार ठहराया है।इसी तरह मुंबई में गुरुवार को 3,671 नए मामले सामने आए हैं, जो बुधवार (2,510) की तुलना में 47 प्रतिशत अधिक है। इसने सरकार की चिंता बढ़ा दी है।
दिल्ली और मुंबई में हो चुकी है तीसरी लहर की शुरुआत
महाराष्ट्र की कोरोना टास्क फोर्स के सदस्य डॉ राहुल पंडित ने कहा कि मुंबई और दिल्ली के कुछ कलस्टरों में महामारी की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। जिस दर से मामले दोगुने हो रहे हैं, वह इशारा है कि ये ओमिक्रॉन के कारण है।
भारत में यह है संक्रममण की स्थिति?
भारत में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 16,764 नए मामले सामने आए और 220 मरीजों की मौत दर्ज हुई। देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,48,38,804 हो गई है। इनमें से 4,81,080 की मौत हुई है। सक्रिय मामलों की संख्या 91,361 हो गई है।देश में ओमिक्रॉन के 1,270 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें महाराष्ट्र में सबसे अधिक 450 और दिल्ली में 320 मामले सामने आए हैं। बचाव के लिए सरकारों ने पाबंदियां लगाना शुरू कर दिया है।