September 23, 2024

बीसीआर न्यूज़ (तारिक़ आज़मी/इलाहबाद): के हर नागरिक का अधिकार है कि किसी अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठा सकता है शांति पूर्वक। मगर शायद अपने उत्तर प्रदेश की सरकार हम पत्रकारो को भारतीय नागरिक ही नहीं समझती है यही कारण है कि पत्रकारो को अपने शांति पूर्ण विरोध प्रदर्शन में भी एक जद्दो जहद करनी होती है।
इसकी एक मिसाल आज वाराणसी ज़िला मुख्यालय पर देखने को मिली जब वाराणसी के पत्रकारो ने आज ज़िला मुख्यालय पर प्रदेश के सत्ताधारी दल के प्रदेश प्रवक्ता शिवपाल यादव के बयान पर अपना विरोध दर्ज करवाना चाहा तो उसको एक तरफ मोर्चा लेना पड़ा प्रशासन से तो दूसरी तरफ उसको सपाइयो के साथ मोर्चा लेना पड़ा।
हुवा कुछ इस तरह से कि पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार आज ज़िला मुख्यालय वाराणसी पर पत्रकारो द्वारा बुद्धि शुद्धि यज्ञ व शिवपाल यादव का पुतला दहन का कार्यक्रम था। निर्धारित समय दोपहर 1:30 पर पुरे शहर के पत्रकार ज़िला मुख्यालय पर इकठ्ठा हो गए तभी वहा पुलिस प्रशासन आ धमका और पत्रकारो के हाथो से ज़बरदस्ती पुतला छीन लिया। इस घटना से उद्वेलित हो एक वरिष्ठ पत्रकार ने आत्मदाह की धमकी तक दे डाली मगर हम पत्रकारो ने उनको समझाया गया और फिर पत्रकारो ने बुद्धि शुद्धि यज्ञ का आरम्भ करने को जैसे ही हवन कुण्ड तैयार किया तब तक प्रशासन की उपस्थिति में एक सपा की महिला कार्यकर्ता ने आकर हवन में पानी डाल दिया। इस घटना के समय पुलिस मूकदर्शक बनी खड़ी रही।
इस घटना से क्षुब्ध पत्रकारो ने भी ज़िद्द पकड़ ली और आनन फानन में एक और पुतले का निर्माण हुवा। हवन कुण्ड दुबारा बना। पत्रकारो के एक समूह ने प्रशासन और दूसरे ने सपाइयो का मोर्चा संभाला। बुद्धि शुद्धि यज्ञ शुरू हुवा। एक जब सपाइयो का बस नहीं चला तो एक अपनी महिला कार्यकर्ता को आगे कर दिया। ये वही महिला थी जिसने विगत पखवारे सर्किट हाउस में एक अन्य महिला कार्यकर्ता को गालिया दी थी और उसका वीडियो भी सोशल मीडिया में खूब वाइरल हुवा था। उसने यज्ञ के बीच उत्पात भी करने का प्रयास किया। यज्ञ के बाद पत्रकारो द्वारा मुख्यालय गेट पर ही पुतला दहन भी किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्यरूप से आलोक तिवारी,तारिक़ आज़मी,प्रवीण चंद्रा, ज़ीशान अहमद, राजेंद्र मोहन लाल पप्पू,शशि सिंह,राजेंद्र कुमार गुप्त, विवेक यादव,संदीप भटनागर, विनोद सैनी इत्यादि उपस्थित थे।

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