बीसीआर न्यूज़ (अजय शास्त्री/मुंबई): बॉलीवुड फिल्म गदर के डायरेक्टर अनिल शर्मा ने इंडस्ट्री में कई सुपरहिट फिल्में दी है। अब उन्होंने अपने बेटे उत्कर्ष शर्मा को लीड रोल में लेकर फिल्म “जीनियस” का निर्माण किया है। तो चलिए बताते हैं कैसे बनी ये फिल्म समीक्षा करते हैं।
कहानी
फिल्म की कहानी वासुदेव शास्त्री (उत्कर्ष शर्मा) से शुरू होती है जो मथुरा का रहने वाला है। फिल्म में दिखाया गया है कि वो किस तरह से पढ़ाई- लिखाई के बाद वह भारतीय सुरक्षा के लिए रॉ में काम करने लगता है। इसी दौरान उसकी मुलाकात कॉलेज का प्यार रही नंदिनी (इशिता चौहान) से दोबारा होती है। कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब MRS (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) की एंट्री होती है। एक तरफ प्यार है तो दूसरी तरफ भारतीय सुरक्षा में घात लगाए लोगों से देश को बचाने का काम वासुदेव को मिलता है। कहानी में बहुत सारे ट्विस्ट और टर्न आते हैं और अंततः क्या होता है यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
कमजोर कड़ियां
फिल्म की कमजोर कड़ी इसकी कहानी, डायरेक्शन, स्क्रीनप्ले के साथ-साथ लगभग पौने तीन घंटे की लेंथ भी है। इस सदी के हिसाब से कहानी बहुत ही कमजोर है और जिस तरह से फिल्मांकन किया गया है उसमें कोई नयापन नहीं है। समय समय पर आने वाले गाने इसकी कहानी को और भी कमजोर बना देते हैं। एक बहुत बढ़िया फिल्म बन सकती थी। फिल्म का संगीत भी रिलीज से पहले हिट नहीं हो पाया है। कहानी दर्शाने का ढंग भी काफी पुराना लगता है। फिल्म का क्लाइमेक्स भी काफी पुराने टाइप का है। मिथुन चक्रवर्ती और आयशा जुल्का जैसे कलाकारों को भी सही तरह से प्रयोग में नहीं लाया गया है।
बॉक्स ऑफिस
फिल्म का बजट लगभग 15 से 20 करोड़ बताया जा रहा है। वहीं आज हैप्पी फिर भाग जायेगी भी रिलीज हो गयी है। इस परिस्थिति में देखना ये है कि कौन सी फिल्म पर्दे पर कमाल दिखा पाएगी।