बीसीआर न्यूज़: जैसा कि आप जानते ही होंगे कि अभी बीते दिनों फिलिस्तीन और इजराइल में एक भर फिर से विवाद उतपन्न हो गया। जहाँ एक तरफ पूरा विश्व भयंकर महामारी कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा हैं,वहीं अब फिलिस्तीन व इजराइल के बीच एक बार फिर से पैदा हुए धार्मिक उन्माद के चलते अनिश्चित कालीन युद्ध शुरू हो गया हैं।
फिलिस्तीनी हमास ने सोचा की 1000 रॉकेट दागकर इजरायल में खून की नदियां बहा देगा और जब तक इजरायल जवाब देगा तब तक सारी दुनिया शांति शांति चिल्लाने लगेगी और वो बच जाएगा, लेकिन दांव उल्टा पड़ गया अकेला आयरन डोम यानी इजराइल का रॉकेट सुरक्षा कवच जिसने हमास की तरफ से इजराइल पर दागे गए सारे रॉकेट की औकात बता दी, जिन्हें गिरने से पहले ही हवा में नष्ट कर दिया गया।
वहीं इजरायली प्रधानमंत्री ने अन्तर्राष्ट्रीय विरादरी को दो टूक बता दिया ” इजरायल अपनी रक्षा करना बखूबी जानता है। हमें किसी की मदद की जरूरत नहीं। जबतक हमास का समूल नाश इजरायल नहीं कर देता युद्ध बंद नहीं होगा”।
सारा इजरायल एक स्वर में अपने प्रधानमंत्री के पीछे खड़ा हो गया। क्या पक्ष क्या विपक्ष।
कोई चुपके चुपके छुप_छुप कर हमास से नहीं मिल रहा। कोई इजरायली अपनी सेना से प्रमाण नहीं मांग रहा। कोई विपक्षी नेता छुपकर दुश्मन राष्ट्र के राजदूत से रात के अंधेरे में नहीं मिल रहा ।
बस इसी राष्ट्रीय चेतना, राष्ट्र और मातृभूमि पर मर मिटने की इजरायली प्रतिज्ञा के आगे तुर्की, पाकिस्तान और अरब देशों की सिट्टी पिट्टी गुम।
हमास के अनुसार अब तक उसके 6 टॉप कमांडरों सहित 30 लड़ाके मारे गए हैं और 170 से ज्यादा घायल हैं।
ये इशारा भारत के उन गद्दारों से है जो अपने सेना और #देश के प्रधानमंत्री पर विपरीत परिस्थिति मे तंज कसते हैं और सर्जिकल स्ट्राइक जैसे विषयों पर सबूत मांगते हैं, इजरायल नीति अगर भारत में होती तो अब तक कितने ही राष्ट्रद्रोही विकलांग हो चुके होते।
इजराइल आज आतंकवादीओ से इसलिए लड़ पा रहा हैं क्योंकि उसके दुश्मन सिर्फ बॉर्डर के उस पार हैं, भारत की तरह घर के भीतर नहीं हैं।
व्यंग्य नोट :- ” अब्बु ! वो देखो सुमैया तारा “!
“अरे भाग…वो इजराइल रॉकेट दाग रिया है ” ।।
विनुविनीत त्यागी
(बी.सी.आर. न्यूज)