विनुविनीत त्यागी
(बी.सी.आर.न्यूज़)
उत्तर प्रदेश: मुजफ्फरनगर।
महाराष्ट्र से उठी सियासी लपटों की आंच मुजफ्फरनगर तक आ पहुंची है। एक हिंदू संगठन द्वारा शिवसेना प्रमुख तथा महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे को देशद्रोही कहने पर आज मुजफ्फरनगर में शिवसेना का गुस्सा फूट पडा। शिवसेना नेताओं ने हिंदू संगठन के पदाधिकारियों को फर्जी करार देते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की बात कही है।
आज मीडिया सेन्टर पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए शिवसेना जिला प्रमुख मुजफ्फरनगर बिटटू सिखेडा ने फर्जी अखिल भारत हिन्दू महासभा के स्वयंभू पदाधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि आपके द्वारा श्रद्धेय बाला साहब ठाकरे जी का नाम लेना भी गलत है। क्योंकि बाला साहब ठाकरे एक सच्चे व कटटर हिन्दूत्व का चेहरा रहे है और रहेंगे। स्वयंभू फर्जी अखिल भारत हिन्दू महासभा द्वारा खोखली हिन्दुत्व की विचारधारा के द्वारा महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने का कोई अधिकार नहीं है। आपके राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश कौशिक को कोर्ट के द्वारा भी अखिल भारत हिन्दू महासभा का सदस्य मानने से भी इन्कार कर दिया गया है। ये सभी फर्जी लोग हिन्दुओं को भावना से खिलवाड़ कर हिन्दुओं के नाम अवैध वसूली करते है। कभी कांवड यात्रा के नाम पर, कभी शिवचौक पर जागरण के नाम पर कई-कई लाख रूपयें इकट्ठा कर लेते है। शिवसेना जिला इकाई मुजफ्फरनगर प्रशासन से मांग करती है कि जो भी स्वयंभू संगठन फर्जी तरीके से हिन्दुओं के नाम पर अवैध वसूली करेगा उसके खिलाफ कार्यवाही करें, अन्यथा शिवसेना स्वयं ऐसे फर्जी लोगों के खिलाफ कार्यवाही करवाने के लिए बाध्य होगी। जो लोग अपने को कटटर हिन्दु छवि वाले दर्शाते है उनका एक उदाहरण 2-3 वर्ष पूर्व नई मण्डी कोतवाली में दर्ज है। एक स्वयंभू प्रदेश पदाधिकारी मुस्लिम लोगों के द्वारा पिटाई होने की रिपोर्ट मण्डी थाने में दर्ज कराता है और फिर मुस्लिम वर्ग के लोगों से पैसा लेकर फैसला कर लेता है और आज हिन्दूत्व की बात करता है। महाराष्ट्र में दो साधुओं की हत्या में महाराष्ट्र की सरकार ने सभी हत्यारों को जेल पहुंचाया है ये कहता है कि महाराष्ट्र सरकार चुप है। कुछ स्वयंभू पदाधिकारी कहते है कि देशद्रोही इन्हें यह नहीं पता देशद्रोही क्या होता है? ये स्वयं हिन्दू द्रोही है जो सिर्फ हिन्दुओं का अहित करते है। यूपी में बुलन्दशहर में साधू मारे जाते है तो ये चुप हो जाते है। कर्नाटक में साफ मारे जाते है तो ये चुप हैं। मेरठ में साधू मारा जाता है तो ये चुप है। इससे प्रतीत होता है कि कितने बड़े हिन्दू विचारधारा के लोग है।।