बीसीआर न्यूज़/नई दिल्ली: आपको बता दें कि, अभी बीते कुछ समय पहले दिल्ली में CAA यानी नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कुछ राष्ट्रद्रोहियों व जिहादियों द्वारा CAA के नाम पर एक उन्मादी आंदोलन चलाया गया था, जिसमे सिख समुदाय के लोगो ने मानवता के मद्देनजर उन उन्मादी जिहादी आंदोलनकारियों को भंडारे चलाकर खूब बिरयानी खिलाई थी। मगर अब उन्ही के जिहदी मजहबी लोगों द्वारा जम्मू-कश्मीर में सिखों के ही खिलाफ एक बेहद सनसनीखेज घटना को अंजाम दे डाला, जिसमे कुछ मुस्लिम जिहादियों द्वारा सिख समुदाय की दो लड़कियों को बन्दूक की नोक पर अपहरण करके, जबरन युवतियों के धर्म परिवर्तन कर,अधेड़ उम्र के लोगो के साथ जबरदस्ती निकाह करा दिया।
अब वहीं इस मामले पर सफाई देते हुए, अकाली दल के नेता सिरसा ने बताया कि जिस लड़की की मुस्लिम लड़के से शादी करा दी गई है, उसकी पहले ही 2-3 शादियां हो चुकी हैं.
पाकिस्तान, बांग्लादेश तथा अफगानिस्तान में इस्लामिक चरमपंथियों द्वारा प्रताड़ित अल्पसंख्यकों(हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध, पारसी) को भारत की नागरिकता देने वाले क़ानून CAA के विरोध में उन्माद मचा रहे मजहबी चरमपंथियों के खिलाफ जब पूरा देश आक्रोशित था, उस समय सिख समाज के कुछ लोग CAA के इन दंगाईयों को बिरयानी खिला रहे थे. लेकिन CAA दंगाईयों को बिरयानी खिलाने वालों के होश उस समय उड़ गए जब दो सिख युवतियों का अपहरण कर उन्हें जबरन मुसलमान बना दिया गया.
दरहसल मामला जम्मू कश्मीर का है जहाँ बन्दूक की नोक पर दो सिख लड़कीयों का अपहरण किया गया तथा उन्हें जबरन मुसलमान बनाकर उनका अधेड़ उम्र के व्यक्तियों से निकाह करा दिया गया. इस मामले को लेकर शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में श्रीनगर में विरोध प्रदर्शन किया. सिरसा ने सिख समुदाय के एक डेलीगेशन के साथ राज्यपाल मनोज सिन्हा से भी मुलाकात की है और धर्मांतरण के इस मामले के बारे में जानकारी दी है।
राज्यपाल की ओर से भरोसा दिया गया है कि जल्द उन लड़कियों की परिवार में वापसी कराई जाएगी. सिरसा ने इस मुलाकात के बाद कहा कि दो लड़कियों का धर्मांतरण कराकर जबरन उनका निकाह कराया गया है. इस मामले के बाद सिख लड़कियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं, इसी वजह से राज्यपाल से दखल की अपील की गई है. बड़गाम के गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष संतपाल सिंह ने बताया कि एक 18 साल की सिख लड़की को लालच देकर उसे फंसाया गया और फिर उसका धर्म परिवर्तन किया गया. उस लड़की की दिमागी हालत ठीक नहीं थी. उन्होंने कहा कि ये साफ तौर से ‘लव जिहाद’ का मामला है.
अकाली दल के नेता सिरसा ने बताया कि जिस लड़की की मुस्लिम लड़के से शादी करा दी गई है, उसकी पहले ही 2-3 शादियां हो चुकी हैं. सिरसा ने केंद्र सरकार से अपील की कि धर्मांतरण कानून को यूपी और मध्य प्रदेश की तरह जम्मू-कश्मीर में भी लागू किया जाए. अंतरजातीय विवाह के लिए माता-पिता की सहमति होनी चाहिए. दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के चीफ सिरसा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस मामले में दखल देना चाहिए और सिख लड़कियों की सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द एक कानून लाना चाहिए।।
विनुविनीत त्यागी
(बी.सी.आर. न्यूज़)