खुफिया रिपोर्टों को दरकिनार कर मोदी ने 5 मिनट मे किया लाहौर उतरने का फैसला
बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली/पाकिस्तान): अचानक पाकिस्तान के PM नवाज शरीफ की सालगिरह पर लाहौर पहुचने का मोदी का फैसला बेहद जोखिम भरा माना जा रहा है. लश्कर ए तौयबा और जैश ए मोहम्मद के गढ़ माने जाने वाले लाहौर मे अचानक पहुचना मोदी का एक बड़ा फैसला है.
दोपहर बाद जब फोन पर मोदी ने लाहौर पहुचने का आमंत्रण स्वीकार किया तो पाकिस्तान के सेना प्रमुख के पास सिर्फ दो घण्टे का समय था लाहौर के अंतराष्ट्रीय ऐयरपोर्ट के चारो तरफ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का ऐयरपोर्ट से कुछ दूरी पर ही लश्कर के सरगना हाफिज शईद का मकान है और उसके आस-पास ही कई जेहादी संगठन के कार्यालय भी है. ऐसे मे PM मोदी के जहाज का पाक हवाई अड्डे पर उतरना और वहां मोदी के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करना पाक सेना के लिए एक बड़ी चुनौती थी.
उधर भारतीय एजेन्सी भी मोदी की इस लाहौर यात्रा पर घबराई हुई थी. खूफिया एजेन्सी मे अधिकारियों की एक लौवी तो इस यात्रा को टालना चाहती थी तभी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने PM मोदी को अपनी यात्रा जारी रखने का भरोसा दिलाया. डोभाल ने पाक के मंत्रीयों से बात की और जब सहमती बनी तब काबुल से PM मोदी ने लाहौर के लिए उड़ान भरी.
एयरपोर्ट पर प्लेन से उतरते ही उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया। एयरपोर्ट पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी मौजूद थे। उन्होंने मोदी की अगुवानी करते हुए उन्हें फूलों का गुलदस्ता भेंट किया।