बीसीआर न्यूज़ (जम्मू/कश्मीर): बॉर्डर पर भारतीय सैनिकों का सिर काटने वाले पाकिस्तानी बेनकाब हो गए हैं। खबरें थीं कि ये दुस्साहस पाकिस्तानी सेना का है, लेकिन ताजा खुलासे से तस्वीर बदल चुकी है। भारतीय जवानों के शवों के साथ्ज्ञ बर्बरता करने वाली पाकिस्तानी सेना नहीं, बल्कि कसाई हैं।सीमा पार घुसपैठ कर भारतीय सेना के जवानों से बर्बरता के लिए पाकिस्तान ने कसाइयों का सहारा लेना शुरू कर दिया है।
पाकिस्तान की बार्डर एक्शन टीम (बैट) में सबसे ज्यादा संख्या में कसाई मौजूद हैं। इस टीम में पाक सेना, आईएसआई के आतंकी, लश्कर, हिजबुल, जैश-ए-मोहम्मद संगठन के आतंकी और कसाई शामिल होते हैं। अमूमन सेना में कसाइयों को शामिल नहीं किया जाता, लेकिन नापाक पाकिस्तान ने हदें तोड़ते हुए यह काम भी कर डाला।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 10 से 12 लोगों की इस टीम में एक कसाई रखा जाता है, लेकिन अब इस टीम में कसाइयों की संख्या बढ़ा दी गई है। भारतीय सेना और बीएसएफ से सीमा पर लगातार मुंह की खाने वाली पाकिस्तानी सेना बैट टीम को आगे कर रही है। यही वजह है कि पिछले एक महीने में 2 बार बैट टीम ने हमला कर भारतीय सेना के जवान के शव के साथ बर्बरता की थी।
कश्मीर को इसीलिए बनाया मोहरा
सीमा पर लगातार मिल रही हार से बौखलाए पाकिस्तान ने कसाइयों का सहारा लेना शुरू कर दिया है, ताकि जवानों के साथ बर्बरता की जाए। साल 2012 में पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में बैट टीम ने हमला किया था। उस वक्त एक जवान का सिर काटकर बैट टीम अपने साथ ले गई थी। इस टीम में भी दुल्ला नाम का कसाई शामिल था।
खबरों के मुताबिक, दुल्ला की तरह ही खूंखार कसाई इस टीम में शामिल हैं। ये बैट टीम में आते हैं और कुछ सेकेंड में ही जवानों के साथ बर्बरता करके लौट जाते हैं। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद यह टीम ज्यादा सक्रिय हो गई है। इसलिए अब बैट टीम ने पुंछ को छोड़कर कश्मीर को चुन लिया है। इसी वजह से कश्मीर में अधिक बैट हमले किए जा रहे हैं।