विनुविनीत त्यागी
(बी.सी.आर. न्यूज़)
उत्तर प्रदेश:अलीगढ़।
अलीगढ़ के अकराबाद थाना क्षेत्र में हैंडपम्पों के साथ लगे कुवैती झंडे और अरबी भाषा में लिखी पट्टिकाओं का मामला अब तूल पकड़ रहा है। छर्रा विधायक ठाकुर रविन्द्रपाल सिंह ग्रामीणों के साथ अकराबाद थाना पहुँचकर शमशेर व बारिक अली नाम के व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
विधायक का मानना है कि इसके पीछे विदेशी मुल्कों की साजिश है। अवैध रूप से हैंडपम्प लगाकर जनता को गुमराह करने के मामले में राष्ट्र गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 की धारा 2 (राष्ट्रीय झंडे का अपमान) व आईपीसी की धारा 269 (जानलेवा बीमारी के संक्रमण) के तहत शमशेर व बारिक अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
बीजेपी विधायक रविंद्र पाल सिंह ने बताया कि दुभिया और खुर्रमपुर में शमशेर उर्फ भोलू व बारिक अली ने 45 हैंडपम्प लगवाए हैं। उन्होंने कहा कि इसके पीछे राष्ट्र विरोधी ताकतों की साजिश है। इन्होंने शासन और प्रशासन की अनुमति के बगैर विदेशी झंडे के साथ हैंडपम्प लगवाए। इस देश विरोधी साजिश को लेकर क्षेत्रीय जनता में आक्रोश है। इन हैंडपम्प के पास एक शिलालेख लगाए गए हैं जिन पर अरबी भाषा में कुछ लिखा हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन पर अरबी भाषा में लिखा है, “कुवैत शेख अब्दुला नूरी चैरिटेबल ट्रस्ट हैंडपम्प लगवा रहे हैं। कुवैत राज्य आपके पक्ष में है। शेख अब्दुला नूरी चैरिटेबल ट्रस्ट भारत के भाइयों के लाभ के लिए यह हैंडपम्प स्थापित करा रहे हैं। ट्रस्ट का मुख्यालय कुवैत है।” इन शिलालेखों पर भारतीय ध्वज के साथ कुवैती ध्वज भी लगाया है। भारतीय ध्वज में 24 तीलियों के स्थान पर केवल 8 तीलियाँ ही दिख रही हैं।।