अजय शास्त्री, संपादक व प्रकाशक – बॉलीवुड सिने रिपोर्टर (समाचार पत्र)
गोवा: भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) का बहुप्रतीक्षित 51वां संस्करण सिनेमा की खुशियों का जश्न मनाने के लिए एक चकाचौंध भरे समारोह के बीच सांस्कृतिक प्रदर्शन के साथ शुरू हो गया है। गोवा के पणजी में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम आज दुनिया भर के फिल्म-सितारों, फिल्म निर्माताओं और फिल्म-प्रेमियों के जुनून के साथ फिर से गुंजायमान हो गया।
एशिया के सबसे पुराने और भारत के सबसे बड़े फिल्म महोत्सव के उद्घाटन समारोह की मेज़बानी अभिनेता, लेखक और फिल्म-निर्माता टिस्का चोपड़ा द्वारा की गई और फिर इसके बाद जाने – माने फिल्म निर्माता प्रियदर्शन नायर की चकाचौंध भरी उपस्थिति से यह समारोह और भी खूबसूरत हो गया। साथ ही प्रसिद्ध अभिनेता सुदीप इस आयोजन के मुख्य अतिथि रहे, जो वहां मौजूद अन्य प्रसिद्ध फिल्मी हस्तियों में से एक थे। इस समारोह में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर और गोवा के मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत सहित अन्य गणमान्य लोगों की भी उपस्थिति रही।
इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए श्री सुदीप ने, जिन्हें किचा सुदीप के नाम से भी जाना जाता है, उन्होंने कहा कि, “सिनेमा को नई महामारी बनने दिया जाये”। उन्होंने कहा, “सिनेमा वास्तव में एक बंधुत्व विचार है, जो आपको एक सीट से दुनिया भर में ले जाता है, यह आपको ज्ञान देता है और दुनिया भर में हर बिरादरी की संस्कृति के करीब ले जाता है”।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा कि, इस वर्ष के महोत्सव के लिए 600 अंतर्राष्ट्रीय प्रविष्टियां और 190 भारतीय प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं, जो विश्व को इसके साथ संलग्न होने के विशाल महत्व को दर्शाता है।
इस मौके पर श्री प्रकाश जावड़ेकर ने घोषणा करते हुए कहा है कि, शेख मुजीबुर रहमान की 100वीं जयंती के अवसर पर भारत और बांग्लादेश मिलकर बंगबंधु नाम की एक फिल्म बना रहे हैं।
बाद में केंद्रीय मंत्री ने उद्घोषणा की कि, दिग्गज अभिनेता, निर्देशक और निर्माता बिस्वजीत चटर्जी को इस वर्ष के भारतीय व्यक्तित्व पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा।
श्री जावडेकर ने कहा कि, अन्य देशों के विपरीत, भारत में शूटिंग करने के लिए अनेक अनुकूल स्थान हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, इसलिए हमें ‘शूट इन इंडिया’ को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
फिल्म बाजार के संदर्भ में श्री जावड़ेकर ने कहा कि, फिल्में न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि एक बड़ा बाजार भी है। “मनुष्य एक कल्पनाशील प्राणी है; तो ऐसी फिल्में जो कल्पना की अपील करती हैं, वो हमें हंसाती हैं, रुलाती हैं और हमें एक बनाती हैं, साथ ही कहानी में एकजुट करती हैं। अगर किसी फिल्म में कहानी को अच्छी तरह से बताया जाए तो वह फिल्म लोकप्रिय हो जाएगी।” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, हम आईएफएफआई के 52वें से फिल्म महोत्सव में निजी भागीदारी की शुरुआत भी करेंगे। उन्होंने कहा कि, आईएफएफआई का 51वां संस्करण सात स्क्रीन, लाखों मोबाइल तथा टीवी पर दिखाया जायेगा और यह पूरी दुनिया में पहुंचेगा।
गोवा के मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत ने भारतीय और वैश्विक फिल्म निर्माताओं को गोवा में फिल्म निर्माण के लिए पसंदीदा स्थान के रूप में चुनने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि, आईएफएफआई का वार्षिक आयोजन भारत के पश्चिमी तट की खूबसूरती का पता लगाने के लिए दुनिया भर से फिल्म बिरादरी के सदस्यों को एक अवसर देता है।
भारत में बांग्लादेश के उच्चायुक्त श्री मोहम्मद इमरान भी इस अवसर पर उपस्थित थे। बांग्लादेश इस साल महोत्सव का फोकस देश है। उच्चायुक्त ने कहा कि, बांग्लादेश के फिल्म निर्माताओं की रचनात्मकता और सरलता को मान्यता देने के अलावा, यह रिश्तों की गहराई तथा दोनों पड़ोसी देशों के बीच एक ऐतिहासिक बंधन का प्रमाण भी है। “हम इस चुनौतीपूर्ण समय में भी इस समारोह के आयोजन के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार को धन्यवाद देते हैं। यह आपकी प्रतिबद्धता और साहस को दर्शाता है कि, आपको चुनौतीपूर्ण स्थिति से और हर समस्या से कला एवं संस्कृति के प्रति अपने जुनून तथा प्रेम से ही पार पाना होगा।” प्रतिनिधियों को देश की सिनेमाई उत्कृष्टता और सिनेमा की दुनिया में योगदान के प्रदर्शन के साथ, फोकस देश बांग्लादेश से दस सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में दर्शाया जाएगा।
51वें आईएफएफआई में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड इतालवी सिनेमैटोग्राफर श्री विटोरियो स्टोराओ को दिया गया है। एक वीडियो संदेश में, श्री स्टोराओ ने उन्हें दिए गए इस सम्मान के लिए आईएफएफआई को धन्यवाद दिया। इस महान छायाकार ने कहा कि, उनके पास अपने सहयोगियों और बर्नार्डो बर्टोलुसी, फ्रांसिस कोपोला, कार्लोस ओलिवेरा और वुडी एलन जैसे महान निर्देशकों की अविश्वसनीय दृश्य यात्रा है। उन्होंने कहा कि, सभी ने विशेष तरीके से नेतृत्व करते हुए उनके साथ काम किया, जैसे ऑर्केस्ट्रा में मेरी भाषा की पकड़ का उपयोग करने के लिए। युवा छायाकारों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि, “अध्ययन करो, शोध करो, अपने आप को तैयार करो। श्री स्टोराओ ने कहा कि, आप जो करते हैं उससे प्रेम करें, अगर आप प्यार करते हैं और किसी चीज पर विश्वास करते हैं, तो आप इसे कर सकते हैं।
अर्जेंटीना के फिल्म निर्देशक पाब्लो सेसर ने एक वीडियो संदेश में कहा है कि, “भारत एक अद्भुत ब्रह्मांड है, जो हमें दिन-प्रतिदिन सपने दिखाना जारी रखता है।”
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने एनएफडीसी फिल्म बाजार का 14वां संस्करण भी लॉन्च किया। इस बार एनएफडीसी फिल्म बाज़ार एक हाइब्रिड प्रारूप में आयोजित किया जाएगा जो ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों प्रकार का होगा। फिल्म बाज़ार को वर्चुअल आयोजित किया जाएगा लेकिन इसमें आम तौर पर पिछले संस्करणों में आयोजित सभी खंड शामिल होंगे। फ़िल्म बाज़ार दक्षिण एशियाई फ़िल्मों का सबसे बड़ा बाज़ार है। यह दक्षिण एशियाई तथा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समुदायों के बीच रचनात्मक एवं वित्तीय सहयोग को प्रोत्साहित करता है।
उद्घाटन समारोह में डेनिश फिल्म निर्माता थॉमस विन्टरबर्ग द्वारा बनाई गई फिल्म ‘अनॉदर राउंड’ का ट्रेलर दिखाया गया। निर्देशक ने एक वीडियो संदेश में कहा कि, “शुरुआत में तो, यह एलकोहल का एक स्पष्ट उत्सव था, लेकिन बाद में यह जीवन के उत्सव में बदल गया”। यह फिल्म ऑस्कर में डेनमार्क की आधिकारिक प्रविष्टि और कान्स के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार विजेता मैड्स मिकेलसेन की प्रविष्टि है।
आईएफएफआई के 51वें संस्करण में 60 देशों की 126 फिल्मों को अंतर्राष्ट्रीय वर्गों में प्रदर्शित किया जाएगा। इनमें से 85 फिल्मों का स्क्रीनिंग प्रीमियर होगा, जिसमें 7 वर्ल्ड प्रीमियर, 6 इंटरनेशनल प्रीमियर, 22 एशियन प्रीमियर और 50 इंडियन प्रीमियर शामिल हैं।
मास्टरक्लास और आंतरिक-वार्तालाप सत्र, जो वर्षों से इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण रहा है, उसको भी वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया जाएगा। शेखर कपूर, प्रियदर्शन, पाब्लो सीजर (अर्जेंटीना से) और प्रसन्ना विथानगे (श्रीलंका से) जैसी प्रसिद्ध फिल्मी हस्तियां इन सत्रों के लिए अपना बहुमूल्य अनुभव साझा करेंगी।
पूर्ववर्ती खंड में दिग्गज फिल्म निर्माता सत्यजीत रे की लोकप्रिय फिल्में जैसे पाथेर पांचाली, शतरंज के खिलाड़ी, चारुलता, घरे बाइरे और सोनार केला प्रदर्शित होंगी। भारतीय सिनेमा के जनक दादासाहेब फाल्के की 150वीं जयंती के अवसर पर उनकी चार फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी। आईएफएफआई उन 18 फिल्मी हस्तियों को भी श्रद्धांजलि देगा, जिनका पिछले वर्ष निधन हो गया था। इनमें इरफान खान, ऋषि कपूर, एस पी बालासुब्रह्मण्यम, सौमित्र चटर्जी, सुशांत सिंह राजपूत और बसु चटर्जी जैसी बहुत पसंद की जाने वाली हस्तियां शामिल हैं।
संदीप कुमार द्वारा बनाई गई फिल्म ‘मेहरुनिसा’ का वर्ल्ड प्रीमियर आईएफएफआई के मध्य-उत्सव में होगा। कियोशी कुरोसावा द्वारा निर्देशित जापानी फिल्म ‘वाइफ ऑफ ए स्पाई’ इस महोत्सव के वर्तमान संस्करण के अंत में दिखाई जाएगी।
जबकि फिल्म पारखी प्रमुख फिल्म निर्माताओं जैसे पेड्रो अल्मोडवार कैबेलरो, रुबेन ओस्टलुंड और किम की-डुक की फिल्मों का आनंद ले सकते हैं। प्रतिनिधियों को निर्देशक की सर्वश्रेष्ठ डेब्यू फीचर फिल्म के लिए नामित की गई सात प्रमुख नई फिल्मों का आनंद लेने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, महात्मा गांधी के शांति, सहिष्णुता और अहिंसा के आदर्शों को दर्शाने के लिए चयनित दस फिल्मों को आईसीएफटी- यूनेस्को गांधी मेडल प्रतियोगिता के हिस्से के रूप में दिखाया जाएगा।
वर्तमान कोविड परिदृश्य के चलते, कई बॉलीवुड हस्तियां शारीरिक रूप से समारोह में उपस्थित नहीं हो सकीं। उन सबने वीडियो संदेशों के माध्यम से समारोह में अपनी वर्चुअल उपस्थिति दर्ज कराई।
- “मैं 51वें आईएफएफआई के सभी प्रतिभागियों को बधाई देता हूं”- अनुपम खेर
- “दुनिया भर से कुछ बेहतरीन सिनेमाई कलाकृतियों का जश्न मनाते हुए आईएफएफआई-2021 को शुरू करने का यह एक अद्भुत तरीका है” – आयुष्मान खुराना
- “आईएफएफआई एक ऐसी चीज है, जिसे हम सभी फिल्म-उत्साही बढ़चढ़ कर देखते हैं। दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित फिल्म महोत्सवों में से एक है – अनिल कपूर
- दुनिया भर की बेहतरीन फिल्मों का आनंद उठाते हुए इस महोत्सव को मनाने की तुलना में 2021 को शुरू करने का इससे बेहतर तरीका क्या हो सकता है ”- माधुरी दीक्षित
- “अपने 51वें संस्करण में आने के लिए आईएफएफआई को बधाई” – रणवीर सिंह
- “जाओ और कुछ बेहतरीन फिल्में देखो” – सिद्धांत चतुर्वेदी
- “… .. मुझे बेहद खुशी है कि, कोरोना महामारी और बीते साल हमें प्रभावित करने वाले अन्य कारणों के बाद भी आईएफएफआई को सभी सुरक्षा सावधानियों के साथ प्रारंभ किया गया है” – विद्या बालन
- “यह पूरी तरह से स्पष्ट हो गया है कि, इंटरनेट ऐसे तरीकों को बदल रहा है, जिससे लोग फिल्म देखने का अनुभव करते हैं। मुझे यकीन है कि, गोवा फिल्म महोत्सव अब फिल्म महोत्सवों के अनुभव को फिर से मजबूत या फिर से परिभाषित करेगा। मैं इस तरह के ऑनलाइन महोत्सवों को एक समुदाय के निर्माण के तरीके के रूप में लोकप्रिय होते देखता हूं। यह, शायद, फिल्म समारोहों के साथ-साथ बातचीत करने का नया मानदंड स्थापित करेगा, विशेष रूप से दुनिया भर के फिल्म निर्माताओं, अभिनेताओं और तकनीशियनों के साथ। ”- मोहन लाल
महोत्सव के निदेशक श्री चैतन्य प्रसाद ने कहा कि, “51वें संस्करण में एक नई कथा लिखी गई है, जहां दुनिया के अन्य फिल्म समारोहों को उत्कृष्टता का एक नया टेम्पलेट मिलेगा। रिसर्जेंट इंडिया, इंस्पिरेशनल इंडिया और न्यू इंडिया के विचार का उल्लेख करते हुए हमने इस महोत्सव को फिल्मों के माध्यम से शुरू किया है। फिल्म महोत्सव के इस आयोजन ने हमें सिखाया है कि, तकनीक के साथ सामग्री कैसे बुनी जाए; हम बेहद खुश हैं कि, हम एक हाइब्रिड फिल्मोत्सव के साथ आगे आए हैं, इतना ही नहीं अगले और कुछ दिन अब अन्य फिल्म समारोहों के लिए मानक तय करने वाले हैं।”
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव श्रीमती नीरजा शेखर ने अपने स्वागत भाषण में कहा, हम देश में फिल्म क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और एवीजीसी क्षेत्र को भी सक्रिय रूप से बढ़ावा देने की दिशा में तत्पर हैं। गोवा के मुख्य सचिव श्री श्री पुनीत कुमार; गोवा की एंटरटेनमेंट सोसाइटी के प्रबंध निदेशक श्री अमित सतीजा; फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव और आईएफएफआई स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य श्री रवि कोचरकारा; आईएफएफआई महोत्सव निदेशक श्री चैतन्य प्रसाद भी भारत सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इस आयोजन में शामिल थे।
उद्घाटन समारोह में सांस्कृतिक प्रदर्शन विशेष रूप से स्थानीय लोक संस्कृति और गोवा के संगीत पर केंद्रित थे – एक जगह जो 2004 से आईएफएफआई का आयोजन स्थल रहा है।