अजय शास्त्री
संपादक व प्रकाशक, बॉलीवुड सिने रिपोर्टर (समाचार पत्र) व बीसीआर न्यूज़ (वेब न्यूज़ चैनल)
नई दिल्ली – कोरोना बैक्सीन आने से भले ही आम जनता राहत महसुस कर रही है इन दिनो ‘ लेकिन वही दुसरी तरफ दबी जुबान से यह चर्चा का केन्द्र है कि रेलवे की ट्रेन का परिचालन कब से सुचारू रूप से होगा । एक तरफ जब केन्द्र सरकार एक तरफ सभी आवश्यक कार्य / स्कुल , कॉलेज ‘ आफिस पूर्ण रूप से 100% उपस्थिति के कार्यालय खोलने के आदेश दिये । सिनेमा ‘ होटल ‘ बाजार व व्यापार केन्द्र सरकार की ओर नई दिशा र्निदेश जारी है। हाल मे कई राज्य मे विधान सभा के चुनाव सम्पन्न हुए तथा होने वाले है। इसके लिए राजनीति के पंडित व राजनेता ने अपनी कमर कस ली है। रेलवे ने की आम लोंगों की जेब काटने की तैयारी पैसेंजर ट्रेनों का किराया एक्सप्रेस के बराबर करने की तैयारी कर लगी है ।कुछ दिन पुर्व हरियाणा और पंजाब सहित उत्तर रेलवे के तहत आने वाले राज्यों के रेल यात्रियों के लिए अच्छी और राहत की खबर है। कोरोना काल में बंद हुई ट्रेनों को रेल मंत्रालय धीरे-धीरे पटरी पर ला रहा है। अब पहली बार पैसेंजर ट्रेनों को पटरी पर लाकर मेल एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन का दर्जा दिया जाएगा। इनका किराया मेल एक्सप्रेस का होगा। उत्तर प्रदेश ने फिरोजपुर, अंबाला, दिल्ली, लखनऊ और मुरादाबाद मंडल को ट्रेनों की सूची भेजी उत्तर रेलवे ने हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़, जम्मू कश्मीर को आपस में जोड़ने वाली 35 ट्रेनों की सूची जारी कर मंडलों से तैयारी के बारे में पूछा है। इन ट्रेनों में दैनिक यात्री सफर कर सकेंगे। रेलवे के कमर्शियल, मैकेनिकल और ऑपरेजिंग विभाग ने इसके लिए तैयारी तेज कर दी है। हालांकि इन ट्रेनों को कब से दौड़ाना है इसकी तिथि अभी नहीं बताई गई है। इनके रूट भी बाद में तय किए जाएंगे पानीपत में लगातार हादसों की वजह से लोगों की जान जा रहीं। कोरोना काल में पहली बार अनारक्षित ट्रेनों को चलाने का फैसला, पटरी पर आ चुकी हैं 250 ट्रेनें जनवरी 2021 में ढाई सौ ट्रेनें पटरी पर आ चुकी हैं। वर्तमान में मुंबई के वेस्टर्न रूट पर 704 लोकल ट्रेनें चल रही हैं, जिसमें लाखों यात्री सफर कर रहे हैं। सेंट्रल रेलवे रूट पर 706 ट्रेनें पटरी पर हैं, जिनमें साढ़े चार लाख यात्री सफर कर रहे हैं। सामान्य ट्रेनों से अधिक होगा किराया गांव चौशाला में बना च्यवन ऋषि का मंदिर। रेलवे की नीति के मुताबिक जो भी स्पेशल ट्रेन पटरी लाई जा रही हैं, उनका किराया सामान्य ट्रेनों से अधिक होता है, लेकिन जिन ट्रेनों के नंबर जारी किए गए हैं वह पैसेंजर ट्रेनें हैं। इनको दर्जा मेल एक्सप्रेस का दिया गया हैये ट्रेनें चलाने की है तैयारी है । बैश्विक संकट कोरोना से पहले देश की जनता परेशान है । कितने लोगो को अपने रोजगार से हाथ से धोना है । जिसके पास रोजगार है उसे कटोती वे अपने घर से आफिस तक आने जाने अपने नीजी बाहन / पाईवेट कन्वेश का उपयोग करना पड़ता है ‘ जिससे कोरोना संकट के नाम पर आधी वेतन ‘ दिन प्रति दिन पट्रोल डीजल के आसमान छुते दाम ‘ आम जनता के साथ सरकारी नौकरी पेशा के साथ व्यापारी के व्यापार पर इसके बेहद खराब असर दिखने को मिल रहा है! व्यापारी वर्ग का मानना है कि . लम्बे दुरी से दैनिक उपयोग आने वाले खाद्य साम्रागी रेल मार्ग से होता है जिससे आम उपभोक्ता प्रभावित होता है। स्पेशल ट्रेन संचालन व्यस्था के कारण विशेष रियायत / मासिक पास सुविधाएँआदि सब बन्द है। पहले केद्र सरकार जरूरत मंद जैसे स्वतंत्रता सेनानी ‘ दिव्यायंग ‘ लम्बी दूरी मे असहाय रोग के ईलाज हेतु रोगियो व उनके सहयात्री ‘ प्रेस कवरेज करने मान्यता प्राप्त पत्रकारो को रियायती दरो पर रेलवे पास उपलब्घ करवाती है . लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के नाम आज एक ओर भारतीय रेल के द्वारा सारी रियायती टिकट ‘ मासिक पास ‘ रियायती पास बन्द है, वही भारतीय रेल स्पेशल ट्रेन परिचालन के नाम विशेष शुल्क यात्रियो से बसुल ती है। सुविधा के नाम पर कटौती कर है। इस संदर्भ ना तो भारतीय रेल प्रसासन व आला अधिकारी ‘ ना रेल मंत्री को ना ही केन्द्र सरकार को चिन्ता है। जब कई बार भारतीय रेल के आला अधिकारी से मीडियाकर्मी ने वस्तुस्थिति जान ने की कोशिस की तो वही घीसा पीटा जबाव आया पता नही सर अभी उपर से कोई सुचना नही है मेरे पास . ‘ जैसे ही मेरे कुछ गाईड लाईन आए गा तो पहले आप लोगो के पास खबर होगी । जब इस संदर्भ मेरे रेल मंत्री से प्रशन पूछा गया तो उन्होने बहुत ही सहज तरीके से जबाव दिया कि धीरे धीरे हम कर रहे है। अभी इंतजार करे । जनता है बेहाल ‘ रेल मंत्री जी है खुशहाल । जनता की परेशानी से खबरी लाल दुःखी है! अभी तो आप से विदा लेने का वक्त आया गया है
ना काहुँ से दोस्ती’ ना काहुँ से बैर, खबरी लाल तो माँगे, सब की खैर
प्रस्तुति विनोद तकिया वाला स्वतंत्र पत्रकार