बीसीआर न्यूज़ (नई दिल्ली): देश में रेप के मामले सौ फीसदी सच नहीं होते कुछ मामलों में गलत आरोप लगा दिए जाते हैं । सूत्रों की मानें तो बालिग़ युवक युवतियों में एक दुसरे की मर्जी से सम्बन्ध अधिकतर बनते हैं लेकिन जब दोनों में किसी बात को लेकर तकरार हो जाती है, ब्रेकअप हो जाता है तो युवतियां प्रेमी को सबक सिखाने के लिए रेप का आरोप लगा देती हैं । सूत्रों की ही मानें तो कुछ मामलों में कुछ ऐसी महिलायें रेप का आरोप लगाती हैं जो पहले तो अपनी तरफ आकर्षित कर शारीरिक सम्बन्ध बनाने पर मजबूर कर देती हैं फिर मोटा पैसा मांगकर ब्लैकमेल करने लगतीं हैं पैसा न मिला तो रेप का आरोप लगा देती हैं । मुम्बई में एक नए तरह का मामला सामने आया है जहां ब्रेकअप के बाद युवतियों ने अपने पूर्व प्रेमी द्वारा दुष्कर्म किए जाने की शिकायतें दर्ज करवाई हैं। यह युवतियां प्यार में तो सहमति से अपने प्रेमी से यौन संबंध बनाती हैं लेकिन ब्रेकअप के बाद उसी प्रेमी पर दुष्कर्म के आरोप लगाती हैं।
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि इस तरह के कई मामलों में आरोपियों को कम से कम 6 महीने या एक साल तक जेल में रखा जाना चाहिए। कोर्ट ने कहा कि इस तरह के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं जिनमें लड़कियां ब्रेकअप के बाद अपने प्रेमी पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए शिकायतें दर्ज करवा रही हैं।
जस्टिस विद्यासागर कनाडे और नूतन सरदेसाई की डिविजन बेंच ने एक 20 वर्षीय युवती द्वारा दायर याचिका जिसमें उसने एफआईआर निरस्त करने की मांग की थी उस पर सुनवाई करते हुए कहा इस तरह के मामलों में आरोपियों को जेल भेजा जाना चाहिए।