क्या दिल्ली के केजरीखान बनाना चाहते है दिल्ली को दूसरा पाकिस्तान, क्या इसलिए बन रही अवैध मज़ारें दिल्ली में ? पूछता है पूरा हिंदुस्तान ?
27 जुलाई 2020
विनुविनीत त्यागी
(बी. सी. आर. न्यूज़)
आपको बता दें कि, अभी बीते कुछ महीने पहले दिल्ली में दंगा हुआ था, जब अमेरिका के राष्ट्रपति हिन्दुस्तान में आये थे, तो CAA को लेकर बहुत गदर मचा था।
दिल्ली में दिल्ली सरकार के कैमरे उस वक़्त कहाँ गायब हो गए थे, जब हिन्दुओ को सरेआम काट कर नाले में फेंका जा रहा था, उस मे एक IB अधिकारी भी था, दिल्ली सरकार जहाँ आज दिल्ली पुलिस की मौजूदगी में मज़ारों का निर्माण कराने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, वहीँ केजरी सरकार ताहिर हुसैन व अमानुल्लाह खान जैसे गृह आतंकी को बढ़ावा दे रही है, इसका मतलब तो ये है कि दिल्ली सरकार मुस्लिमों का भरपूर समर्थन कर रही है ?
क्या जामा मस्जिद के इमाम को इस पर भी कोई अपील या ऐलान करेंगे कि ये देश सब का हैं, पर ये संभव नहीं क्योकि जब तक दिल्ली की इस्लामिक सरकार रहेगी तो ये संभव अब मुकिल हैं.
अभी बता दें कि, दिल्ली के महरौली, संजय वन पार्क में जो ये अवैध मजारे बनावा कर क्या दिल्ली को कब्रिस्तान बनाना चाहते हैं, केजीखान पर क्यों,
शायद ये भूल गए कि मुस्लिम बहुमत से ज्यादा हिन्दू बहुमत में हैं फिलहाल वो सत्ता में दिल्ली के अंदर, दिल्ली कोई पाकिस्तात में नहीं जहाँ चाहो मजार बनवा दो, दिल्ली दिल वालो की हैं जिसमे हिदू,सिख,बौद्ध हैं।।