November 16, 2024
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देव नगरी: उतराखण्ड ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन प्रोजेक्ट का पहला रेलवे स्टेशन बनकर तैयार है..

उत्तराखण्ड: ऋषिकेश ।
बीसीआर न्यूज़ (वीनू विनीत त्यागी/उत्तराखंड): बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन परियोजना का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। पहाड़वासी सालों से उत्तराखंड के चार धामों के रेल सेवा से जुड़ने का इंतजार कर रहे हैं, और ये इंतजार अगले कुछ सालों में खत्म होने वाला है।

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेललाइन प्रोजेक्ट का पहला रेलवे स्टेशन बनकर तैयार है। इसकी खूबसूरत तस्वीरें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने सोशल मीडिया पेज पर शेयर कीं। तस्वीरों को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि परियोजना का काम कितने बड़े स्केल पर चल रहा है। योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन की तस्वीरें ट्विटर पर साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने लिखा कि 16,216 करोड़ की लागत से तैयार हो रही इस परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। परियोजना का पहला रेलवे स्टेशन योगनगरी ऋषिकेश में बनकर तैयार है। आगे देखिए तस्वीरें.

2024-25 में पूरा होगा काम

परियोजना का काम साल 2024-25 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के तहत प्रस्तावित एक दर्जन रेलवे स्टेशन पर्वतीय शैली के अनुसार बनाए जाएंगे। इस रेल परियोजना पर 16,216 करोड़ खर्च होने हैं।

16 पुल, 17 सुरंग और 12 रेलवे स्टेशन.

परियोजना के तहत 16 पुल, 17 सुरंग और 12 रेलवे स्टेशन बनाए जाने प्रस्तावित हैं। परियोजना निर्माण में पर्वतीय शिल्पकला और कारीगरी को प्राथमिकता दी जाएगी। कुल मिलाकर रेलवे परियोजना के अस्तित्व में आने के बाद चारधाम यात्रा सुविधाजनक होने के साथ-साथ रोमांचक भी हो जाएगी।

सबसे लंबी सुरंग 15 किलोमीटर.

रेलवे लाइन में सबसे लंबी सुरंग 15 किलोमीटर लंबी होगी। रेलवे लाइन बनने के बाद ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक की दूरी कम हो जाएगी। अभी जिस सफर में 6 घंटे लगते हैं, वो सिर्फ 2 घंटे में पूरा होगा। इससे चारधाम यात्रा को नया आयाम मिलेगा। साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों के उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में सुविधा होगी।

ऋषिकेश तक ट्रेनों की आवाजाही जल्द

Foto: Yoganagari Rishikesh Railway Station

योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन तक ट्रेनों की आवाजाही जल्द शुरू हो जाएगी। परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। दिसंबर महीने से पहले इस लाइन के सभी प्रोजेक्ट पैकेज आवंटित हो जाएंगे और 125 किलोमीटर लंबी रेललाइन पर सभी जगह काम शुरू हो जाएगा। आपको बता दें कि प्रोजेक्ट के तहत चारों धामों को आपस में जोड़ने के लिए 125 किमी लंबी रेलवे लाइन बनाई जाएगी।

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