अजय शास्त्री
बीसीआर न्यूज़/नई दिल्ली: दिग्गज एक्टर गजेंद्र चौहान ने कई फिल्मों और सीरियलों में काम किया है, लेकिन उन्हें लोकप्रियता बी.आर. चोपड़ा की ‘महाभारत’ से मिली. उन्होंने इसमें युधिष्ठिर का रोल निभाया था. वे तब काफी विवादों में रहे, जब उन्हें पुणे स्थित ‘फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ (FTII) का चेयरमैन बनाया गया था. तब संस्थान के कई छात्रों ने उनकी नियुक्ति पर सवाल उठाए थे और जमकर विरोध किया था. उनमें से एक छात्रा पायल कपाड़िया भी थीं.
पायल कपाड़िया सहित कई छात्रों पर FTII ने कड़ी कार्रवाई की थी. संस्थान ने उनका अनुदान रोका और केस भी किया. नतीजतन, फिल्ममेकर को आज भी कोर्ट के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. अब जब पायल कपाड़िया की फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन इज लाइट’ ने कान्स में बड़ा अवॉर्ड जीता, तो FTII ने उन्हें अपना पूर्व छात्र बताकर तारीफ की, मगर विजय राज, अली फजल सहित तमाम सितारों को उनका दोहरा रवैया पसंद नहीं आया.
गजेंद्र चौहान के बयान ने खींचा ध्यान
गजेंद्र चौहान ने पीटीआई को दिए अपने ताजा बयान में पायल कपाड़िया को बधाई दी. उन्होंने कहा कि जब फिल्ममेकर FTII की छात्रा थीं, उस दौरान संस्थान का चेयरमैन रहने पर उन्हें गर्व है. विजय राज ने FTII के पूर्व चेयरमैन गजेंद्र के कमेंट को लेकर इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक पोस्ट किया है, जिससे पढ़कर लगता है कि वे उनसे नाराज हैं.
क्या है विवाद की जड़?
विजय ने अपने अंदाज में नाराजगी जताई. उन्होंने एक मीम शेयर किया, जिसमें लिखा है- ‘करवा ली बेइज्जती?’ फिर आगे कहा- ‘सर ये चुप रहने का टाइम था.’ चूंकि पायल ने ‘ग्रैंड प्रिक्स अवॉर्ड’ जीता है, इसलिए FTII उन्हें अपनी पूर्व छात्रा बता रहा है. लोग संस्थान और गजेंद्र चौहान की आलोचना कर रहे हैं. बता दें कि जब गजेंद्र एफटीआईआई के चेयरमैन थे, तब पायल कपाड़िया ने दूसरे छात्रों के साथ मिलकर उनकी नियुक्ति का विरोध किया था. उन्होंने विरोध में क्लास जाना छोड़ दिया था, जिसकी वजह से उनकी स्कॉलरशिप रोक दी गई. लेकिन, जब उनकी फिल्म ‘ऑफ्टर क्लाउड’ कान्स के लिए चुनी गई, तो एफटीआईआई ने अपना रवैया बदल दिया और उन्हें सपोर्ट किया.