चीन सरकार का नया फरमान जारी: सभी अपने धर्म प्रतीक चिन्ह को हटाकर राष्टरपति सी जिनपिंग की तश्वीर लगाएं,चाहे गुम्बद हो या क्रोस….
26 जुलाई 2020
विनुविनीत त्यागी
(बी. सी. आर. न्यूज)
बीसीआर न्यूज़: चीन की सरकार उइगर मुसलमानो को परेशान करने के बाद अब ईसाइयो पर अत्याचार करने पर उतारू हो गई है। चीन के कई राज्यों और शहरो में सैकड़ो ईसाई धार्मिक निशान हटा दिए गए है क्रॉस भी निकल दिए गए है और मुर्तिया भी तो-ड़ दी है। प्रभु यीशु की तस्वीर हटाकर राष्ट्रपति जिनपिंग और माओत्से-तुंग की तस्वीरें लगाने का आदेश दिया गया है इसका जो भी कोई विरोध करता है उसके साथ मा-रपीट होती है।
चीन की सरकार ने अपने नए आदेश में ये बोला है कि ईसाई यानि क्रिश्च्यीन समुदाय के लोग अपने घरो में प्रभु यीशु की तस्वीरें और चर्चो से क्रॉस और मूर्तियों को हटवा दिया है। इनकी जगह चीन में कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की तस्वीरें लगाई जाये। पिछले एक महीने में चीन की सरकार ने पांच राज्यों अंशुइ, जियांग्सू, हेबई, झेजियांग और अनहुई के चर्चो से सैंकड़ो धार्मिक निशानों को तुड़वा दिया है।
जिस जगह विरोध हुआ, वहा धार्मिक निशान तो तो-ड़े ही गए साथ ही विरोध करने वालो के साथ मा-रपीट भी की गई। हुआइनेन शहर के शिवं चर्च से धार्मिक निशान हटाने के लिए करीब 100 कर्मचारियों की टीम करें लेकर पहुंची थी। लोगो ने इसका विरोध किया। इस पर अधिकारियो ने वहा पर मौजूद लोगो के साथ मा-रपीट भी की।
ईसाइयो के संगठन चाइना एड ने चर्चो पर करवाई की तस्वीरें भी जारी की है और उधर चीन के अधिकारियो का ये बोलना है कि इमारतों के हिसाब से किसी भी धर्म की पहचान नहीं होनी चाहिए। सरकार ने देश में समानता स्थापित करने के लिए धार्मिक निशान के आदेश दिए है। इससे पहले सरकार ने धार्मिक किताबो के इस्तेमाल और उनके अनुवाद पर रोक लगा दी थी। सरकार को सख्त चेतावनी भी दी है कि कम्युनिस्ट पार्टी के 8.5 करोड़ कार्यकर्ता किसी धर्म का पालन नहीं करेंगे।
चीन के करीब 40 करोड़ बौद्ध-ताओ, 6.7 करोड़ ईसाई और डेढ़ करोड़ मुस्लिम है इन्हे धार्मिक स्थलों के बाहर ही प्रार्थना करने की अनुमति है। सरकार यहां आने वाले श्रद्धालुओं से भी टेक्स लेती है। शिनजियांग प्रान्त में जेल सरीरी कई इमारते है जहा हजारो उइगर मुसलमानो को कैद करके रखा हुआ है। चीन की सरकार ने इस्लाम का कम्युनिस्ट पार्टी के एजेंड पर चलाने के लिए पांच साल की योजना बना चुकी है।।