बीसीआर न्यूज़ (मंगला तिवारी/इलाहबाद): हर मां बाप की यह चाहत होती है कि उसका बच्चा संसार के सारे बच्चों से अलग व पढ़ाई में सबसे तेज हो,और इस आधुनिक युग में यह संभव भी है ये कहना है आर के एकेडमी के डायरेक्टर के बी सिंह का,उन्होंने बताया कि माइण्ड एक्टीवेशन एक ऐसी तकनिकी है जो हमारे लेफ्ट व राइट ब्रेन के बीच एक एक अलग रास्ता बनाने का काम करती है।जिस कारण ब्रेन (दिमाग)का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना आसान हो जाता है।आर के एकेडमी द्वारा आज शहर के साकेत होटल में माइण्ड एक्टीवेशन का ट्रेनिंग प्रोग्राम किया गया,इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में 5 वर्ष से लेकर 15 वर्ष तक के सैकड़ों बच्चों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।बता दें कि इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में प्रमुख रूप से बच्चों के मिड ब्रेन को एक्टीवेट करने पर जोर दिया गया,ट्रेनिग प्रोग्राम के टीचरों का कहना है कि यदि एक बार बच्चों का मिड ब्रेन एक्टीवेट हो जाए तो उनमें रीडिंग पावर,स्मरण शक्ती,सेल्फ लर्निंग,मानसिक एकाग्रता में सुधार,आत्मविश्वास में वृद्धी आदि की क्षमता बढ़ जाती है।जिसके माध्यम से बच्चे का दिमाग इतना शार्प हो जाता है कि वह किसी भी चीज को आंखें बंद करके भी महसूस कर सकता है,यहां तक कि बच्चे मात्र सूंघकर ही कलर व शेप को पहचान लेते हैं,चीजों को या शब्दों को स्पर्श करके महसूस कर लेते हैं।ट्रेनिंग प्रोग्राम में प्रतिभाग कर रही एक बच्ची ने बताया कि इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में आकर मेरा आंतरिक एनर्जी लेवल इतना बढ़ गया कि मैं जो पढ़ाई दो घंटे में करती थी अब उसी पढ़ाई को करने हेतु मात्र 40 से 50 मिनट का ही समय लेती हूं।