बीसीआर न्यूज़/छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ केमुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल सोमवार की सुबह खारून नदी तट पर पहुंचे। महादेव घाट पर समय बिताया। इस दौरान उन्होंने जल योगा भी किया, लेकिन उनके समर्थक इसे जल समाधि बताते रहे। वीडियो बनाने वाला यह बता रहा है कि सीनियर बघेल ने केंद्र सरकार से एथेनाल बनाने की अनुमति तत्काल मिले इसलिए जल समाधि ली है। जल समाधि लेकर नंदकुमार बघेल केंद्र सरकार को संदेश देना चाहते हैं कि वो एथेनॉल बनाने की अनुमति छत्तीसगढ़ को तत्काल दें, ताकि प्रदेश के किसान और समृद्ध हो सके।प्रदेश में विकास कार्य आगे बढ़े सके। बताया जाता है कि नंदकुमार बघेल अपने करीबी क्रांति साहू के साथ महादेव घाट पहुंचे थे।
नंद कुमार बघेल करीब 10 मिनट तक पानी में रहे। उनके समर्थक पानी में योग मुद्रा में रहने को जल समाधि बताकर कह रहे थे कि करीब एक साल से छत्तीसगढ़ धान से पेट्रोल की तरह बायो फ्यूल एथेनॉल बनाने की कोशिश में है, लेकिन केंद्र सरकार ने अनुमति नहीं दी है। केंद्र सरकार अनुमति दे ताकि भारत का पैसा देश में ही रहे और बाहर न जाए। पैसा बाहर नहीं जाने से देश में बड़े-बड़े मेडिकल कालेज और स्कूल खुलने से देश का विकास होगा। भारत का कृषक समृद्ध होगा और भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
10 मिनट तक पानी के अंदर रहे
बता दें कि पानी की सतह पर यूं बिना डूबे लेटे रहना जल योग का एक तरीका है। ये दिखने में आसान लगता है, लेकिन बिना किसी हरकत के पानी की सतह पर शरीर को टिकाए रखना योग में एक्सपर्ट व्यक्ति ही कर सकता है। 86 साल की उम्र में ये क्रिया करके नंद कुमार बघेल ने सभी को चौंका दिया। पानी में करीब 10 मिनट इसी तरह बिताने के बाद नंद कुमार बघेल पानी से बाहर आए और समर्थकों के साथ फोटो खिंचवाई और फिर चले गए।
ब्राह्मण समाज पर की थी टिप्पणी
बता दें कि नंदकुमार बघेल ने कुछ वक्त पहले ब्राह्मणों को लेकर विवादित बयान दिया था। इसके बाद ब्राह्मण समाज के लोगों ने देशभर में प्रदर्शन किया था और थानों में एफआईआर दर्ज कराई थी। राजधानी रायपुर में अपराध दर्ज होने के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वहीं पिछले सप्ताह नंदकुमार बघेल की तबीयत कोरिया जिले के बैकुंठपुर में बिगड़ गई थी। तब उन्हें कोरिया से हेलीकाफ्टर द्वारा रायपुर लाया गया और मोवा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।