बीसीआर न्यूज़ (ढाका/बांग्लादेश): बांग्लादेश में एक बार फिर अल्पसंख्यक समुदाय पर हमला हुआ है. दिवाली की रात ब्राहम्नबरिया के नसीरनगर इलाके में 15 मंदिर को तोड़ा गया, 100 से ज्यादा घरों में तोड़ फोड़ और लूटपाट की गई।
बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार हमले तब हुए जब कुछ संगठन मक्का स्थित मस्जिद अल-हरम के ऊपर की गई एक फेसबुक पोस्ट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। रसराज दास नाम के व्यक्ति ने फेसबुक पर जो लिखा उसे इस्लाम विरोधी माना गया और ईशनिंदा के आरोप में पुलिस ने रसराज को शुक्रवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। उस पोस्ट के खिलाफ प्रदर्शन के लिए अहले सुन्नत वल जमात नाम के संगठन ने आह्वान किया था। ब्राह्मनबरिया प्रेस क्लब के सामने कुछ मदरसा छात्रों ने प्रदर्शन किया।प्रदर्शनकारी फेसबुक पोस्ट लिखने वाले को मौत की सजा देने की मांग कर रहे थे।
बांग्लादेशी अखबार डेली स्टार के अनुसार हिफाजत-ए-इस्लाम और अहले सुन्नत के कार्यकर्ताओं समेत हजारों लोगों ने ब्राह्मणबाड़िया जिले के नासिरनगर में रविवार को अलग-अलग विरोध रैली निकाली। ब्राह्मणबाड़िया के पुलिस अधीक्षक मिजानुर रहमान ने अखबार को बताया कि करीब 150-200 लोगों ने पांच मंदिरों की सात-आठ मूर्तियां तोड़ दीं। दो लोग इस दौरान घायल हो गए और पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया है। करीब 500 अज्ञात लोगों पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
नासिरनगर पूजा कमेटी के जनरल सेक्रेटरी खईलपदा पोद्दार के अनुसार करीब 15 हिंदू मंदिरों और 200 हिंदू घरों पर हमले किए गए और लूट-पाट की गई। सैकड़ों लोगों ने मुख्य मार्गों को बंद कर दिया और टायरों को आग लगा दी।
पुलीस अधिक्षक के अनुसार पुलिस ने हालात पर काबू पा लिया है और इलाके में शांति व्यवस्था बहाल हो चुकी है। पुलिस दोषियों को गिरफ्तार करने के लिए छापे भी मार रही है। इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल, रैपिड एक्शन बटालियन और पैरामिलिट्री बॉर्डर गॉर्ड, बांग्लादेश के जवानों को तैनात किया गया है।