November 15, 2024
DIG UP-1

बीसीआर न्यूज़ (लखनऊ) उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अरविंद कुमार जैन ने पुलिस से राज्य में महिलाओं और लड़कियों पर एसिड फेंकने या फेंकने की धमकी देने वालों के विरूद्ध तत्काल गैंगेस्टर या राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत कठोर कार्रवाई करने और पीड़िता की सुरक्षा के निर्देश दिए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक, प्रभारी जनपदों, परिक्षेत्रीय पुलिस उपमहानिरीक्षकों, जोनल पुलिस महानिरीक्षकों को भेजे निर्देश में कहा है कि इस अपराध में किसी के लिए कोई रियायत नहीं बरती जाएगी, अपितु ऐसे अपराधिक मामलों में पुलिस की ढिलाई, लापरवाही या मिलीभगत पाए जाने पर उस पुलिस अधिकारी या पुलिसकर्मी के विरूद्ध भी सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि प्रदेश सरकार ने एसिड से जलाई गईं 60 महिलाओं में से 51 को तीन-तीन लाख की धनराशि दी है, जिससे वे अपना इलाज करा सकें, क्योंकि इसमें लगातार बहुत धनराशि व्यय होती है, कई आपरेशन होते हैं, प्लास्टिक सर्जरी होती है तथा ऐसी महिलाओं और बच्चियों को अत्यधिक मानसिक वेदना, उपेक्षा और प्रताड़ता से गुजरना पड़ता है। उन्होंने कहा कि शासन ने सुरक्षा की एक नई पहल की है, जिसमें सभी को भागीदार बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि एसिड से जलाई गई महिला की सुरक्षा, उसको किससे या किनसे खतरा है, कौन उसको धमका रहे हैं, कौन-कौन अपराधी बाहर घूम रहे हैं तथा एसिड केस में समझौते का दबाव बना रहे हैं, इन सब पर फौरी और सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री के कड़े निर्देश का हवाला देते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा है कि जितनी महिलाएं, बच्चियां पुलिस के पास जाएं, उनकी प्राथमिकता देकर समस्याएं सुनी जाएं, पुलिस क्या कर सकती है, क्या करना है, इन सबकी वृहद समीक्षा की जाए तथा ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सख्त से सख्त कदम उठाए जाएं। पुलिस महानिदेशक ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पूरे पुलिस बल की तरफ से आश्वस्त किया है कि प्रत्येक घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए उस पर कार्रवाई की जाएगी तथा भविष्य में ऐसी घटना कहीं पर घटित होती है तो ऐसे अभियुक्तों के विरूद्ध ऐतिहासिक कठोर कार्रवाई होगी।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान कुछ महिलाओं ने अपनी परेशानियां बताई हैं, उनके संबंध में अवगत कराया जा रहा है। प्रत्येक घटना की समीक्षा महिला सम्मान प्रकोष्ठ, अपर पुलिस महानिदेशक सुतापा सान्याल कर रही हैं, वे इस संबंध में समय-समय पर समुचित निर्देश भी देंगी जिनका तुरंत संज्ञान लिया जाए। पुलिस महानिदेशक ने दोहराया कि यदि कहीं पर भी पुलिस की लापरवाही दिखी और पुलिस ने ऐसी महिलाओं, बच्चियों की मदद न करके अभियुक्तों का साथ दिया, उनकी गिरफ्तारी नहीं की, उनसे सख्ती से न निपटा गया तो ऐसे सभी प्रकरणों में पुलिस मुख्यालय से कठोर कार्रवाई होगी।
अरविंद कुमार जैन ने निर्देश में कहा है कि एसिड से जलाई गई महिला, बच्ची के हर प्रकरण की समीक्षा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक स्वयं करेंगे और उसे अपने अधीनस्थों पर नहीं छोड़ेंगे। शिकायत मिलने पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने-अपने जनपदों में ऐसे प्रकरणों की सूची बनाई जाए कि कौन आततायी है, जिससे कि उससे सख्ती से निपटा जा सके। पुलिस महानिदेशक ने कहा है कि महिला सम्मान कोष का गठन किया गया है तथा इसी प्रकार ऐसी महिलाओं के कल्याण की और भी योजना भविष्य में होंगी।

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