आखिर क्यों CAA के मंच से प्रसिद्ध उर्दू के शायर राहत इंदौरी ने किया था पीएम मोदी पर हमला, बोले- किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है..क्या ये भी इस्लाम धर्म के कट्टरवादी जेहादी थे।
24 अगस्त 2020
(विनुविनीत त्यागी bcr news )
सीएए, नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश के जाने-माने शायर राहत इंदौरी ने हमला किया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को किसी शिक्षित व्यक्ति से देश का संविधान पढ़वाकर समझने की कोशिश करनी चाहिए।
शायर राहत इंदौरी ने पीमए मोदी से कहा है कि उन्हें किसी शिक्षित व्यक्ति से संविधान पढ़वाकर समझना चाहिए
इंदौरी ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ शहर में जारी विरोध प्रदर्शन के मंच से यह बात कही
इस मंच से 70 वर्षीय शायर राहत इंदौरी के संबोधन के विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं
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इंदौर से मशहूर उर्दू शायर राहत इंदौरी ने तंज कसते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि उन्हें किसी शिक्षित व्यक्ति से देश का संविधान पढ़वाकर समझने की कोशिश करनी चाहिए कि इसमें क्या लिखा है और क्या नहीं। इंदौरी ने संशोधित नागरिकता कानून (CAA), राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (NPR) के खिलाफ शहर के बड़वाली चौकी इलाके में जारी विरोध प्रदर्शन के मंच से गुरुवार रात यह बात कही। इस मंच से 70 वर्षीय शायर के संबोधन के विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
इंदौरी ने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दरख्वास्त करना चाहूंगा कि अगर वह संविधान पढ़ नहीं पाए हैं, तो किसी पढ़े-लिखे आदमी को बुला लें और उससे संविधान पढ़वाकर समझने की कोशिश करें कि इसमें क्या लिखा है और क्या नहीं।’ उन्होंने सीएए, एनपीआर और एनआरसी के मुद्दों पर दिल्ली के शाहीन बाग और इंदौर के अलग-अलग इलाकों में जारी विरोध प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए कहा, ‘यह लड़ाई भारत के हर हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई की लड़ाई है। हम सबको मिलकर यह लड़ाई लड़नी है।’ फैज अहमद फैज की नज्म ‘हम देखेंगे, लाजिम है कि हम भी देखेंगे’ को एक धर्म विशेष के खिलाफ बताए जाने के विवाद की ओर सीधा इशारा करते हुए इंदौरी ने कहा कि कुछ लोगों ने फैज की इस रचना का मतलब ही बदल दिया।।