September 23, 2024

बीसीआर न्यूज़ (मुज़फ्फर नगर/उत्तर प्रदेश): कैराना मे हिंदुओं के पलायन और वहां के खराब हाल की खबरों को सपा सरकार में स्वैच्छिक सेवानिवृत्त ले चुके चर्चित आईएएस सूर्यप्रताप सिंह ने सही करार दिया है। कहा है कि जब वे मुजफ्फरनगर के डीएम रहे तब कैराना मे कानून व्यवस्था को डील करने में भारी चुनौती का सामना करना पड़ता था। एक पूर्व सांसद के इशारे पर माफियागिरी, पशुतस्करी का खेल चलता है। सूर्यप्रताप ने शिकायत पर डीएम रहने के दौरान इस नेता को अंदर भी करवा दिया था। कहते हैं कि कैराना कोतवाली में तो संप्रदाय विशेष का कोतवाल नियुक्त करना पड़ता है। नहीं तो वहां की कानून-व्यवस्था मेटेन ही न हो पाए। बता दें कि कैराना मुजफ्फरनगर जिले का अंग था, मगर 2011 मे वह नए बने शामली जिले से जुड़ गया।

पढ़िए मुजफ्फरनगर जिले के पूर्व डीएम से कैराना का सच। यह उन्होने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा है।

“कैराना” को संभालो …. कंही देर न हो जाये …..स्थिति कभी भी विस्फोटक हो सकती है !!!

मैं मुजफ्फरनगर का कलेक्टर रहा हूँ और कैराना की आवोहवा को अच्छी तरह जनता हूँ।

कोई मेरी बात के अन्यथा मायने न निकाले …. मैं सभी मज़हबों का सम्मान करता हूँ।

‘कैराना’ में कुछ ऐसे मौहल्ले हैं , जंहा पुलिस दिन में भी नहीं घुस सकती …. गुंडागिरी ..अवैध अशलाह ….पशु तश्करी एक राजनैतिक पार्टी के पूर्व सांसद के संरक्षण में दिन-दहाड़े होती है। इस पूर्व सांसद के अहाते से एक तश्करी २५ किलो सोना और कई कुंतल चरस बरामद हुई थी।

पुलिस कोतवाली में एक मज़हव विशेष का दरोगा ही तैनात करना पड़ता है , नहीं तो ‘कैराना’ को सम्भालना मुश्किल हो जाये।

चुनाव के दौरान जब मैं वंहा था तो मजिस्ट्रेट व् पुलिस का रात में तो कुछ मौहोल्लों घुसने का सवाल पैदा नहीं होता था ….दिन में भी किसी ‘अपराधी’ को पकड़ने या तो कोई जाता नहीं था या फिर विशेष व्यवस्था करनी पड़ती थी …… हमने चुनाव के दौरान १० दिन का अभियान चला कर इस पूर्व सांसद व् उनके गुर्गो को जेल की हवा खिलाई थी और कैराना को गुंडों से मुक्त कराया था।

आज तो और भी भयावह स्थिति होगी …क्योंकि गुंडों व् अपरधियों को खुला राजनैतिक संरक्षण है।

किसी को बुरा लगे तो माफ़ करना ….यदि विश्वास नहीं है तो जाकर देख लो ….

परन्तु मुझे आशंका है कि इस मामले में ठोस कारवाही की जगह सियासत जरूर होगी और और चुनावी रंग में …….पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आग लगाने की कोशिश जरूर होगी ….

उ.प्र. की वर्तमान सरकार दंगा रोकती नहीं है ….स्वयं करवाने में विश्वास अधिक रखती है ……ऐसी मेरी आशंका है।

एक बार कैराना से अपराधियों को पुनः ‘फ्लश-आउट’ का प्रयास जरूर होना चाहिए …..परन्तु वर्तमान सरकार से अपेक्षा करना बेकार है ….. चुनाव बाद की प्रतीक्षा करनी होगी।।।।

-(जैसा की रिटायर्ड आईएएस सूर्यप्रताप सिंह ने फेसबुक पर कैराना का सच लिखा है।)

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