माँ बनी बेटी की सौतन, दामाद से रचाई शादी
बीसीआर न्यूज़ (पटना/बिहार): संगितकार कैलाश खेर का एक गाना था ‘इश्क जुनू जब हद से बढ़ जाए, हसते हसते आशिक सूली चढ़ जाए’. बिहार के मधेपुरा में ऐसा ही प्यार देखने को मिला है. हलांकि गनीमत ये रही कि कोई सूली नहीं चढ़ा. लेकिन इस प्यार ने पूरी दुनिया को हैरत में जरूर डाल दिया. पुरैनी गांव में एक अनोखा प्यार का मामला सामने आया है. एक महिला अपने ही बेटी के पति से प्यार कर बैठी. प्यार का सिलसिला यही नहीं रूका, सास और दामाद ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए एक दूसरे से शादी कर ली. सास और दामाद जब पति-पत्नी बनकर लौटे तो नजारा देख बेटी बेहोश हो गई.
कोर्ट में महिला ने अपने दामाद से की शादी
आशा देवी ने कुछ दिन पहले ही अपनी बेटी कि शादी बड़ी धूम-धाम से की थी. लेकिन जिस मां ने अपनी बेटी का घर बसाय था, उसी मां ने अपनी बेटी का घर उजाड़ दिया. दरअसल चुपके-चुपके आशा देवी अपने ही दामाद को दिल हार बैठी, फिर क्या था परवान चढ़े इस प्यार को अंजाम तक पहुंचाने में दोनों ने ही कोई कसर नहीं छोड़ी. दोनों ने एक दूसरे को अपना बनाने के लिए शादी का प्लान बना लिया. फिर क्या था पहुंच गए पूर्णियां कोर्ट जहां चंद वकीलों की मौजूदगी में दोनों ने एक दूसरे से शादी कर ली. अपनी मां और अपने पती के बीच पनपे इस रिश्ते का पता जब बेटी को चला तो वो बेहोश हो गई. जबसे उसने अपने मां को अपने पति के साथ देखा है, तबसे वो सदमे में है.
दामाद को देखने गयी और हो गया प्यार
शादी के कुछ दिनों के बाद सूरज बीमार पड़ गया. दामाद के बीमार होने की खबर सुनकर सास दामाद को देखने के लिए गई. फिर दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया. वह अपने घर लौटी, लेकिन दामाद और उसके बीच पनपा प्रेम परवान चढ़ता गया. दोनों घंटों एक दूसरे से फोन पर बात करते. सूरज का ससुर दिल्ली में किसी फैक्ट्री में काम करता था, इस कारण वह अक्सर आशा से मिलने भी चला जाता था. एक दिन ऐसा आया जब सूरज पत्नी को घर पर छोड़ ससुराल जा बसा.
बेटी को अपने साथ ले गया पिता
युवक का ससुर अपनी बेटी ललिता को लेकर अपने गांव आ गया. बेटी के पिता ने कहा कि जब मेरे दामाद ने ही मेरे पत्नी से शादी कर ली है तो अब इसके पास अपनी बेटी को छोड़ने का क्या मतलब है. इसके साथ तो मेरी बेटी घुट-घुटकर मर जाएगी.