November 15, 2024
Sidhu

बीसीआर न्यूज़/पंजाब: आपको बता दें कि काफी दिनों से पंजाब में कांग्रेस के अंदर उठापठक चल रही थी जिस पर आज पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया मुहर लगा दी है, कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बीजेपी से कांग्रेस में आए नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान सौंप दी है। सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने के साथ-साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष की भी नियुक्ति की गई है। यह खबर आते ही सिद्धू के घर के बाहर मिठाइयां बांटी जाने लगी। सिद्धू खेमे के विधायकों का दावा है कि पार्टी आलाकमान के इस फैसले में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की भी सरहमति है।

प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नवजोत सिंह सिद्धू को तत्काल प्रभाव से पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया है। इसके साथ ही चार कार्यकारी अध्यक्षों की भी नियुक्ति की गई है। सोनिया गांधी ने जिन चार नेताओं का पंजाब कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है, उनमें संगत सिंह गिलाजियान, सुखविंदर सिंह डैनी, पवन गोयल और कुलजीत सिंह नागरा का नाम शामिल है।

पंजाब कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष ने अपना फैसला सुना दिया है। हालांकि, इस फैसले पर कैप्टन गुट की प्रतिक्रिया नहीं आई है। ऐसे में कैप्टन और जिम्मेदारी संभालने के बाद सिद्धू का रुख काफी अहम होगा। क्योंकि, दोनों के बीच पिछले दो साल से टकराव के हालात हैं। सिद्धू बिजली व बेअदबी सहित कई मुद्दों पर सोशल मीडिया के जरिए मुख्यमंत्री पर सवाल उठा चुके हैं।

सिद्धू को अध्यक्ष बनाने के फैसले को स्वीकार करें पार्टी नेता: अश्विनी कुमार

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने रविवार को पंजाब के पार्टी नेताओं से नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस की पंजाब इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त करने के पार्टी आलाकमान के फैसले को स्वीकार करने का अनुरोध किया। साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान एकजुटता बनाए रखने पर जोर दिया।

पंजाब से राज्यसभा सांसद रहे कुमार ने कहा कि पार्टी की एकता के हित में कांग्रेस नेतृत्व के निर्णय को सभी लोगों को स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने एक बयान में कहा कि यह एकजुट रहने का समय है। यहां कोई विजेता या हारने वाला नहीं है। सुलह आगे बढ़ने का रास्ता है। उम्मीद है कि सभी कांग्रेस जन विचारधारा की लड़ाई में अपनी भूमिका निभाएंगे। कांग्रेस की पंजाब इकाई में जारी कलह और पार्टी में बदलाव की घोषणा से पहले विभिन्न धड़ों में बैठकों का दौर जारी रहा, जिसके मद्देनजर कुमार का यह बयान सामने आया है।

कांग्रेस के कई विधायकों ने किया था सिद्धू के नाम का विरोध

पार्टी के कई विधायकों ने रविवार शाम को ही कांग्रेस अध्यक्ष को पत्र लिखकर सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाने की अपील की थी। इसके साथ राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा के घर पर पंजाब के सांसदों की बैठक भी हुई। इस बैठक में भी कैप्टन और सिद्धू के बीच चल रहे विवाद पर चर्चा हुई। कांग्रेस आलाकमान ने दोनों कैप्टन को मनाने के लिए हरीश रावत को दिल्ली से अमृतसर भेजा और संदेश पहुंचाया। खबर आई कि कैप्टन अमरिंदर सिद्धू के सार्वजनिक रूप से माफी मांगने से कम पर तैयार नहीं थे। हालांकि उनकी तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि पार्टी आलाकमान का हर फैसला उन्हें मंजूर होगा।

बाजवा के घर हुई पंजाब कांग्रेस के सांसदों की बैठक

इस लड़ाई में पंजाब के सांसद भी खुलकर सामने आ गए। पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा के घर पर प्रदेश के सांसदों की रविवार को बैठक हुई। यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण थी, क्योंकि कैप्टन और बाजवा की शुनिवार शाम मुलाकात हुई थी। बाजवा कैप्टन के विरोधी माने जाते हैं। पर वह सिद्धू के बढ़ते कद को रोकने के लिए कैप्टन के साथ थे।

पार्टी सांसदों की बैठक के बाद प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि हमने किसानों के मुद्दे पर चर्चा की है। सिद्धू को लेकर पार्टी नेतृत्व जो फैसला करेगा, वह हमें मंजूर होगा। पार्टी के एक नेता ने कहा कि सांसद इस मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं। सोमवार से संसद सत्र शुरू हो रहा है। ऐसे में पंजाब के सांसद राहुल गांधी के सामने अपना पक्ष रख सकते हैं।

अजय शास्त्री (संपादक व प्रकाशक)
बॉलीवुड सिने रिपोर्टर (समाचार पत्र) व बीसीआर न्यूज़ (वेब न्यूज़ चैनल व वेब पोर्टल)

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