बीसीआर न्यूज़/दिल्ली/बिहार: आपकों अवगत करा दें कि, अभी बीते दिनों धर्म-परिवर्त कर लव-जिहाद के कई केस देश के अलग-अलग हिस्सों से देखनें सुनने को मिले हैं। जिसमे अभी जम्मू-कश्मीर में दो सिख लड़कियों का जबरन अपहरण कर धरम्परिवर्त करा दो आधेड़ मुस्लिम व्यक्तियों से निकाह करा दिया गया था. जिसमें सरकार व अदालत के हत्कक्षेप के बाद युवतियों को वापस अपने परिवारों के पास भेज दिया गया था, और सिख समाज के ही युवक से विवाह करा दिया गया था।
अब उसी के मद्देनजर ऐसा ही एक गैर मजहबी शादी का मामला बिहार में देखने को मिला है.
आपको बता दें कि, एक प्रेम प्रसंग का मामला हैं जिसमे युवक हिन्दू हैं व युवती मुस्लिस समाज से है, जहां पर युवक युवती के अटूट प्रेम के सामने हिन्दू-मुस्लिम धर्म-मजहब बुनियाद भी खोकली साबित हुई।
बच्चों की जिद के आगे मां बाप हमेशा झुक जाते है। साथ ही इश्क अगर सच्चा हो तो उसे परवान चढ़ने में समय नहीं लगता। ऐसा ही एक प्रेम का मामला बिहार के छपरा में देखने को मिला है। इस शादी की चर्चा बिहार राज्य से लेकर पूरे देश भर में हो रही है। चर्चा इसलिए क्योंकि दोनों अलग अलग धर्म से संबंध रखने वाले थे। समाज की परवाह न करते हुए हुए रूबीना खातून नाम कि लड़की ने अंकित का हाथ थाम लिया है। दोनों मंदिर में जा कर शादी के बंधन में बंध गए। जब शादी करने के बाद लड़का अपनी पत्नी के साथ घर गया तो लड़के की मां अपने बहू को देखकर फूले नहीं समा रही थी। परिवार में खुशी का माहौल है।
मिल गई है सामाजिक मान्यता
दरअसल इस शादी को सामाजिक मान्यता भी मिल गई है। आस पास के लोग शादी कि काफी सराहना कर रहे हैं। दोनों ही धर्मों के लोगों ने विवाहित प्रेमी जोड़े को शुभकामनाएं दी। गांव के आस पास रहने वाले लोग आशीर्वाद देने के लिए प्रेमी जोड़े के घर पहुंच रहे हैं। दोनों के परिवार वालों ने भी इस शादी को सहमति दे दी है। आज के समय में इंटर कास्ट मैरिज बहुत कम देखने को मिलता है। लेकिन यह शादी इंटर कास्ट मैरिज का जीता जागता सबूत है।
दोनों परिवार में है खुशी का माहौल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भेल्दी थाना क्षेत्र के बेडवालिया गांव के रहने वाले नासिर अंसारी की बेटी रूबीना खातून अपने ही गांव के निवासी दिनेश सिंह के बेटे अंकित कुमार के साथ बहुत ही लंबे समय से प्रेम प्रसंग में थी। इनके परिवार वाले भी इस रिश्ते से खुश नहीं थे। लेकिन दोनों के बीच अटूट प्रेम ने अपने परिवार वालों को मानने के लिए मजबूर कर दिया। आखिर में दोनों की जिद के आगे किसी की न चली। लड़की और लड़के के माता-पिता ने मिल जुल कर निर्णय लिया कि दोनों की शादी करवा दी जाए। निर्णय लेने के बाद दोनों परिवार संग अंबिका भवानी मंदिर में जाकर शादी के बंधन में बंध गए।
शादी करूंगी तो सिर्फ अंकित से ही करूंगी, नहीं तो कुंवारी रहूंगी–:रूबीना
इस शादी की चर्चा गांव के आसपास के लोगों में काफी तेजी से हो रही है। मीडिया से बातचीत के दौरान रुबीना ने जानकारी दी कि “उसने निर्णय लिया था कि वह अगर शादी करेगी तो अंकित से ही करेगी या फिर कुंवारी रहेगी नहीं तो जा न दे देगी।” रुबीना का मानना है कि, उसके परिवार ने उसकी खुशियों को देखा ना कि गांव समाज को। दो अलग-अलग समुदाय के होने के बाद भी दोनों परिवार की रजामंदी से हुई इस शादी से लोग काफी खुश दिख रहे हैं। आज के समय में ऐसा बहुत कम ही देखने को मिलता है कि गैर मजहबी-धर्म के दोनों परिवार के लोग एक साथ सहमति दिखाएं।।
विनुविनीत त्यागी
(बी.सी.आर. न्यूज़)