बीसीआर न्यूज़/नई दिल्ली: लव जिहाद यानी (रोमियों जिहाद): कानून बनने के बाद भी सुधरने का नाम नहीं, पहले मुस्लिम युवक खुद लव जिहाद करते थे, अब इसमें इनकी महिलाएं भी शामिल हो गयी है।
आपको बता दें कि, अभी बीते वर्ष लव-जिहाद को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश का उल्लेख करते हुए कहा था, कि ‘शादी-ब्याह के लिए धर्म-परिवर्तन आवश्यक नहीं है,और ना हीं किया जाना चाहिए, व इसको मान्यता नहीं मिलनी चाहिए। सरकार भी अब इस पर निर्णय ले रही है कि, हम लव-जिहाद को रोकने के लिए सख़्ती से कार्य करें और इसे रोकने के लिए एक प्रभावी क़ानून बनाया जाए।
हालांकि ‘लव-जिहाद’ शब्द की कोई क़ानूनी हैसियत नहीं है, इसे ना ही अबतक किसी क़ानून के तहत परिभाषित किया गया है और ना ही केंद्र या राज्य की किसी एजेंसी ने किसी क़ानूनी धारा के तहत इस मामले में कोई केस दर्ज किया है, एवम गृह मंत्रालय भी कहता है कि जबरन अंतरजातीय विवाह को ‘लव-जिहाद’ कहा जा रहा है.
एक सांसद के सवाल पर गृह राज्य मंत्री जी कृष्ण रेड्डी ने ये जवाब दिया था और संविधान में उल्लेखित धर्म की आज़ादी पर अनुच्छेद 25 का भी उल्लेख किया था।
योगी जी ने मल्हनी (जौनपुर) सीट पर होने वाले उपचुनाव के प्रचार के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि, ”छद्म भेष में चोरी-छिपे, नाम छिपाकर, स्वरूप छिपाकर जो लोग बहन-बेटियों की इज़्ज़त के साथ खिलवाड़ करते हैं, उनको पहले से मेरी चेतावनी है, कि अगर वे सुधरे नहीं तो अब उनका राम-नाम सत्य है की यात्रा अब निकलने वाली है। मिशन शक्ति को इसलिए चला रहे हैं कि हम बहन-बेटियों को सुरक्षा की गारंटी दें और उसके बावजूद भी अगर किसी ने दुस्साहस किया तो ऑपरेशन शक्ति अब तैयार है. ऑपरेशन शक्ति का उद्देश्य यही है कि हम हर हाल में उनकी सुरक्षा करेंगे, उनके सम्मान की रक्षा करेंगे इसलिए ऑपरेशन शक्ति के कार्यक्रम को बढ़ाने के लिए हम अब चल रहे हैं, न्यायालय के आदेश का पालन भी होगा और बहन-बेटियों का अब सम्मान भी होगा।
दरहसल लव जिहाद के जरिये इस्लाम धर्म को भारत मे मुख्य तौर पर ऊपर लाकर इस देश पर कट्टर इस्लामिक सरकार बनाकर,इस देश को एक और इस्लामिक राष्ट्र बनाने की, शुरू से ही कांग्रेस व इसकी समर्थित राजनीतिक पार्टियों की एक सोची समझी रणनीति के तहत राजनीति हैं। जिसे अब भाजपा सरकार ने आते ही कांग्रेस व कट्टर इस्लामिक धर्म गुरुओं के पाकिस्तान के भारत को एक और इस्लामिक देश बनाने के मंसूबों के साथ सपनों को भी चकना चूर कर धूमिल कर दिया हैं।
लव-जिहाद जिसे रोमियो जिहाद के नाम से भी जाना जाता है एक षड्यन्त्र का सिद्धान्त (कांस्पीरेसी थ्योरी) है, इस्लाम के समर्थकों द्वारा विकसित किया गया है, यह कहना कि मुस्लिम पुरुषों द्वारा गैर-मुस्लिम समुदायों से जुड़ी महिलाओं को इस्लाम में धर्म परिवर्तन के लिए लक्षित करके प्रेम का ढोंग रचना है। यह अवधारणा 2009 में भारत में राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार केरल और उसके बाद कर्नाटक में राष्ट्रीय ध्यानाकर्षण की ओर बढ़ी।
नवंबर 2009 में, पुलिस महानिदेशक जैकब पुन्नोज ने कहा कि कोई ऐसा संगठन है जिसके सदस्य केरल में लड़कियों को मुस्लिम बनाने के इरादे से प्यार करते थे। दिसंबर 2009 में, न्यायमूर्ति के.टी. शंकरन ने पुन्नोज की रिपोर्ट को स्वीकार कर दिया और निष्कर्ष निकाला कि जबरदस्ती धर्मांतरण के संकेत हैं। अदालत ने “लव जिहाद” मामलों में दो अभियुक्तों की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि पिछले चार वर्षों में इस तरह के 3,000-4,000 सामने आये थे।
लव-जिहाद का मुद्दा भी सबसे पहले दिग्गज वामपंथी नेता वीएस अच्युतानंदन ने 2010 में पहले उठाया था।
फिर केरल के ही कांग्रेसी मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने 25 जून, 2012 को विधानसभा में बताया कि गत छह वर्षों में वहां 2,667 लड़कियों को इस्लाम में धर्मांतरित कराया गया।
उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित कानून, जिसमें “गैरकानूनी धर्म परिवर्तन” के खिलाफ प्रावधान भी शामिल हैं, एक विवाह को शून्य और शून्य घोषित करता है यदि एकमात्र इरादा “एक लड़की के धर्म को बदलने” का था और यह और मसौदा विधेयक मध्य प्रदेश में सजा का प्रस्ताव रखता है कानून तोड़ने वालों को 10 साल की जेल।
उत्तर प्रदेश में कानून को गैरकानूनी धार्मिक रूपांतरण अध्यादेश के निषेध के रूप में 28 नवंबर को मंजूरी दी गई थी। मध्य प्रदेश में कानून को दिसंबर 2020 में मंजूरी दी गई थी।
विकराल होता लव जिहाद का जाल, दूसरे धर्म की लड़कियों का विवाह के जरिये धर्मांतरण ही है इसका मुख्य उद्देश्य.
केरल में गत छह वर्षों में वहां 2,667 लड़कियों को इस्लाम में धर्मांतरित कराया गया।
यह केवल भारत की बात नहीं है। सशस्त्र जिहाद की तरह लव-जिहाद भी अंतरराष्ट्रीय समस्या है। इंग्लैंड में सिख समुदाय यह खतरा दो-तीन दशकों से झेल रहा है। मुस्लिम युवक स्वयं को सिख बताते हुए सिख लड़कियों को बरगलाकर धर्मांतरित कराते हैं।।
विनुविनीत त्यागी
(बी.सी.आर. न्यूज़)