November 15, 2024
Ram Mandir

बीसीआर न्यूज़/नई दिल्ली: अब अयोध्या में बन रहे श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर को लेकर फिर उठाये, जिहदी मानसिकता के आम आदमी पार्टी के संजय सिंह व समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखलेश यादव ने आपत्तिजनक आरोप, जब 29 साल पहले जिन सपाइयों ने 200 निहत्थे कारसेवकों को गोलियों से भून दिया था, आज उन्हें राम मंदिर की बड़ी चिंता हो रही है।
अब इन लोगों को राम मंदिर की नही बल्कि अपनी चिंता हो रही है, क्योंकि अगर मंदिर बिना राजनीति के बन गया तो ये परिवारवादी पार्टी तो जड़ से खत्म हो जायेगी साथ में और भी बहुत पार्टियां खत्म हो जाएंगी.

आपको अवगत करा दें कि अयोध्या श्रीराम मंदिर का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में छाया हुआ है, अब इस बार आम आदमी पार्टी के विधायक संजय सिंह और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले को फिर से तुल दिया हैं। अब ऐसे में हर कोई समाजवादी-अखिलेश यादव व आपिये संजय सिंह को मुँह तोड़ जवाब देने के लिए बढ़ चढ़कर आगे आ रहे है।

इसी कड़ी में अब उन्नाव से भारतीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महाराज ने श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की जमीन खरीद पर सवाल उठाने वालों को जबरदस्त मुँह तोड़ जवाब दिया हैं।

साक्षी महाराज का साफ कहना है कि अगर संजय सिंह और अखिलेश यादव ने राम मंदिर निर्माण के लिए कोई भी चंदा दिया हो तो वह अपनी चंदे की रसीद को दिखा कर अपने चंदे की राशी का पैसा वापस लेकर जा सकते हैं।

आपको बता दें कि, दरअसल श्रीराम मंदिर ट्रस्ट के द्वारा खरीदी गई जमीन पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह एवं समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक पवन पांडे ने सवाल खड़ा किया था दोनों ने आरोप लगाया था कि 2 करोड की जमीन को लगभग साढ़े 18 करोड़ की कीमत में खरीदा गया! व अब इन सभी सवालों पर अब उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने जबरदस्त मुँह तोड़ दो टूक जवाब दिया हैं।

वही उनका कहना है कि जिस पार्टी के मुखिया कभी यह कहा करते थे कि यहां पर परिंदा भी नहीं आ सकता है वहां पर आज प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर बनने जा रहा है! उनका कहना है कि चंपत राय ने भगवान श्री राम के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया है ऐसे व्यक्तियों के ऊपर आरोप लगाना सर्वथा निराधार है.

बीजेपी सांसद ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी अगर चंदा दिया हो तो उसका हिसाब ले सकते हैं या फिर रसीद दिखा कर अपने चंदे को वापस ले सकते हैं और अखिलेश यादव के जिस व्यक्ति ने यह आ रोप लगाया है वह भी रसीद दिखाकर अपना चंदा वापस ले सकता है।

अभी तो देखते जाइए जैसे जैसे 2022 के यूपी विधान सभा चुनाव पास आएगा, वैसे ही इन लोगों श्रीराम के प्रति भक्ति और बढ़ेगी, अभी तो अखिलेश यादव रामलीला में रोल भी करेंगे।

सही मायनों में देखा जाए तो, जब विनाश मनुष्य पर छाता है तो पहले विवेक मर जाता है, अब इन खानदानी समाजवादीयों का नाटक बहुत हो गया, कुछ मोटी बुद्धि के जात भाई के अलावा अब और कोई नही है इन लोगों के साथ।।

विनु विनीत त्यागी
(बी.सी.आर. न्यूज़)

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