बीसीआर न्यूज़/दिल्ली: मौत के मौसम में AAP पार्टी के विधायक की बेहद शर्मनाक कुकृत्य, बड़ी मात्रा में घर से बरामद हुए ओकिसीजन के सलैंडर.
आप तो जानते ही होंगे कि, जहाँ एक तरफ पूरा देश एक जानलेवा बीमारी कोरोना से जंग लड़ रहा हैं वहीं जनता में तिराहिमाम मचा हैं हर तरफ, और जहाँ ऑक्सीजन की कमी के चलते लोग हताश-परेशान हैं। ओकिसीजन की भारी किल्लत की वजाह से न जानें कितने लोग अबतक अपनी जान गंवा चुके हैं। तो वहीँ दूसरी तरफ कुछ कट्टरवादी मानसिकता के लोग व मानवता के दुश्मन आपदा में भी कुडीच हरकत करने से बाज नही आ रहे हैं, लाशों पर सौदेबाजी कर, कालाबाजारी करके मोटी कमाई करने में जुटे हैं, अब आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक व दिल्ली दंगो के मास्टर माइंड व कर्ताधर्ता के भाई, विधायक इमरान हुसैन पर अब ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने का आरोप लगा है. इस मामलें में दिल्ली हाईकोर्ट ने महज़ एक नोटिस जारी करके इमरान से हुसैन से जवाब माँगा है, जहाँ दिल्ली दंगे का आरोपी ताहिर हुसैन का भाई इमरान हुसैन केजरीवाल सरकार में मंत्री भी है.
जस्टिस विपिन सांघी और रेखा पल्ली की पीठ ने दिल्ली सरकार के मंत्री इमरान हुसैन को शनिवार की सुनवाई में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है. बेंच ने कहा है कि यह देखना होगा कि विधायक हुसैन को ऑक्सीजन कहां से मिल रही है क्योंकि गुरुद्वारे भी इसे (ऑक्सीजन) जरूरतमंदों में बांट रहे हैं।
दिल्ली सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल मेहरा ने हाईकोर्ट को भरोसा दिया कि ऑक्सीजन, दवा या चिकित्सा उपकरण की जमाखोरी और कालाबाजारी करने में दोषी पाए गए सभी लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
केजरीवाल के विधायक इमरान हुसैन पर आक्सीजन की कालाबाजारी करने का आरोप लगने के बाद दिल्ली के भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा, केजरी गैंग ने दिल्ली को नर्क बना दिया। मुफ्त की चीजों की महंगी कीमत चुकानी पड़ती है ! एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ऑक्सिजन तो पहले भी दिल्ली सरकार को दी जा रही थी मगर वो कहाँ जा रही थी, ये अब धीरे धीरे सामने आ रहा है, केजरीवाल कब ऑडिट करवाएँगे ऑक्सिजन का, दिल्ली की जनता देखना चाहती है।
आज के दौर में शांतिदूत नामक एक विषय समुदाय को कोर्ट पहले नोटिस भेजता हैं, फिर पुचकारकर सहला कर पूछेगा बता हुआ किया हैं अगर गिरफ्तार हो जाये तो 3 दिन बाद जमानत दे देगा। और हाथ पैर पकड़ते हुए कहेगा जा फरिश्ते तू भटका हुआ अधेड़ है, इसलिए तुम्हे अदालत माफकर आजाद करती है, आखिर इस धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र में हिन्दू मुस्लिम में अगर अदालत भी भेदभाव कर फर्क करेगी, तो फिर इस देश का लोकतंत्र व संविधान कहाँ सुरक्षित हैं।।
08 मई 2021
विनीतविनीत त्यागी
(बी.सी.आर.न्यूज)