अजय शास्त्री
संपादक व प्रकाशक- बॉलीवुड सिने रिपोर्टर (समाचार पत्र) व बीसीआर न्यूज़ (वेब न्यूज़ चैनल)
कहाँ है दीप सिद्धू ? हिंसा के 10 दिन बाद भी दीप सिद्धू पुलिस की पकड़ से फरार है और सोशल मीडिया पर लगातार वीडियो पोस्ट कर पुलिस को चैलेंज कर रहा है. हालांकि जांच में खुलासा हुआ है कि वीडियो अपलोड कराना जांच एजेंसियों को भटकाने के लिए सिद्धू की एक चाल है. इसमें उसकी एक दोस्त भी मदद कर रही है.
बीसीआर न्यूज़/नई दिल्ली: 26 जनवरी के दिन दिल्ली में हुयी शर्मनाक घटना व लाल किला हिंसा (Red Fort Violence) के 10 दिन बाद भी मुख्य आरोपी पंजाबी गायक दीप सिद्धू (Deep Sidhu) पुलिस की पकड़ से दूर है. दिल्ली क्राइम ब्रांच (Crime Branch) की टीमें लगातर पंजाब में छापेमारी कर उसकी तलाश कर रही हैं. इसी बीच अधिकारियों ने दीप सिद्धू के सोशल मीडिया अकाउंट को लेकर बड़ा खुलासा किया है.
विदेश से अपलोड हो रहे वीडियो
दीप सिद्धू के लगातार वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं उसी के चलते और जांच के दौरान पुलिस (Delhi Police) को पता चला है कि दीप सिद्धू अपने फेसबुक पेज पर वीडियो अपलोड करने के लिए विदेश में बैठी अपनी करीबी महिला दोस्त की मदद लेता है. दीप पहले वीडियो रिकॉर्ड करके अपनी दोस्त को भेजता है और फिर वो ही जांच एजेंसियों को भटकाने की योजना के चलते उसे फेसबुक पेज पर अपलोड करती है. किसी पेशेवर अपराधी की तरह दीप सिद्धू पुलिस के साथ आंख मिचौली का खेल-खेल रहा है और अभी तक बचता आ रहा है.
क्या अंडरग्राउंड हो गया है दीप सिद्धू?
जी हाँ, 26 जनवरी का आरोपी अंडरग्राउंड हो चुका है यही कारण है कि दीप सिद्धू लगातार वीडियो पर वीडियो शेयर कर पुलिस को चैलेंज कर रहा है लेकिन पुलिस उसे पकड़ नहीं पा रही है. इससे पहले दिल्ली पुलिस ने दीप सिद्धू की सूचना देने वाले को 1 लाख रुपये की घोषणा की थी. लेकिन अभी तक आरोपी का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. हालांकि पुलिस ने भी हिम्मत नहीं हारी है और वो आज भी उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है.
लेटेस्ट वीडियो में सिद्धू ने कही थी ये बात
आपको बता दें कि दीप सिद्धू अंडरग्राउंड होकर भी अपने काम को अंजाम दे रहा है, अपनी हालिया वीडियो में दीप ने कहा कि, ‘मुझे ज्यादा कुछ पता नहीं चल पा रहा है क्योंकि मेरे पास फिलहाल इंटरनेट नहीं है. लेकिन मुझे आप लोगों से ये कहना है कि एकता बनाए रखो. हम जो संघर्ष कर रहे हैं उसकी रूप- रेखा नहीं बिगड़नी चाहिए. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि झूठ की बुनियाद पर हम अपनी जमीन बचाएं, सच को स्वीकार करना शुरू करें. मुझे पता चला है कि उन्होंने हमारे युवाओं को गिरफ्तार कर लिया है. हमें उन लोगों को तत्काल छुड़ाना है. हमें एकजुट होकर ये लड़ाई लड़नी है.’